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करसोग में पेयजल योजनाओं पर खर्च होंगे 52 करोड़, 3364 घरों को मिलेगा पेयजल - 52 crore spent on drinking water

जल जीवन मिशन के तहत सरौर खड्ड-चुराग-तत्तापानी उठाऊ पेयजल योजना के लिए 25 करोड़ का टेंडर लगा है. इस योजना से जल शक्ति विभाग के सब डिवीजन चुराग के तहत 15 से अधिक पंचायतों को पीने के पानी की सुविधा मिलेगी.

52 crore will be spent on drinking water schemes in Karsog
पेयजल योजना
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Published : Jul 27, 2020, 8:12 PM IST

करसोग/मंडीः जिला में जल्द ही अब हर घर को नल मिलेगा. उपमंडल में लोगों को पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए 51.49 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. वर्ष 2022 तक हर घर को पानी देने के लिए आईपीएच विभाग ने जल जीवन मिशन के तहत अभी पांच बड़ी योजनाओं के टेंडर लगा दिए हैं. सरकार के इस महत्वकांक्षी योजना के तहत करसोग में 3364 घरों को नल से जल सुविधा से जोड़ा जाएगा.

वीडियो रिपोर्ट

उपमंडल में जल जीवन मिशन के तहत सरौर खड्ड-चुराग-तत्तापानी उठाऊ पेयजल योजना के लिए 25 करोड़ का टेंडर लगा है. इस योजना से जल शक्ति विभाग के सब डिवीजन चुराग के तहत 15 से अधिक पंचायतों को पीने के पानी की सुविधा मिलेगी. इसके अतिरिक्त बहना खड्ड से बड़ीधार उठाऊ पेयजल योजना पर भी 10.28 करोड़ खर्च किए जाएंगे. सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत पांचों योजनाओं का कार्य समय पर पूरा करने के निर्देश जारी किए हैं.

बता दें कि मौसम में लगातार परिवर्तन से उपमंडल के तहत पड़ने वाले गांवों में अधिकतर लोकल सोर्स सूख गए हैं, अभी जो कुछ सोर्स बचें हैं वो भी सूखने की कगार पर है. ऐसे में लोगों को साल भर पेयजल समस्या से जूझना पड़ रहा है. स्थिति ये है कि ग्रामीणों को मुश्किल से सप्ताह में एक बार पानी की सप्लाई मिल रही है. गर्मियों के सीजन में हालात और भी खराब हो जाते है. ऐसे में विभाग पर भी नियमित पेयजल सप्लाई के लिए लगातार दवाब बढ़ता जा रहा है. उपमंडल में सरकार की ओर से अब तक 1 जुलाई 2018 माहूनाग और सेरी बंगलों में 11 अगस्त 2019 को दोनों जनमंच कार्यक्रमों में अधिकतर शिकायतें पानी की कमी को लेकर मिली थी.

इन क्षेत्रों को मिलेगा करोड़ों रुपये का लाभ:

उपमंडल में जल जीवन मिशन के तहत सरौर खड्ड-चुराग-तत्तापानी उठाऊ पेयजल योजना पर सबसे अधिक 25 करोड़ खर्च होंगे. इस योजना से चुराग, खील, मैहरन, कांडी सपनोट, बलिंडी, बगशाड आदि पंचायतों के तहत 1526 घरों को नल से जल दिया जाएगा.

बहना खड्ड से बड़ीधार उठाऊ पेयजल योजना पर 10.28 करोड़ खर्च होंगे. इस योजना से ग्वालपुर, तेवन, सराहना आदि पंचायतों के तहत 755 घरों को पानी दिया जाएगा. बाड़ू रोहांडा प्रेसी उठाऊ पेयजल का टेंडर 8.74 करोड़ का लगा है. इस योजना से 591 घरों को नल से जल की सुविधा मिलेगी.

इसके अतिरिक्त कांडा- काहनु उठाऊ पेयजल पर 5.04 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे है. इस योजना के तहत 329 घरों को पानी मिलेगा. ग्राम पंचायत माहूंनाग उठाऊ पेयजल योजना पर जल जीवन मिशन के तहत 2.02 करोड़ खर्च किए जाएंगे. इस योजना से 161 घरों को नल के तहत जल दिया जाएगा.

वहीं, विधायक हीरालाल का कहना है की करसोग में जल जीवन मिशन के तहत पांच पेयजल योजनाओं पर करीब 52 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं. इन सभी योजनाओं के टेंडर लग गए हैं. जल्द ही योजनाओं का काम पूरा कर 3364 घरों को पानी दिया जाएगा. सरकार ने इस योजना के तहत वर्ष 2022 तक सभी घरों को पानी उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा है.

ये भी पढ़ें: शिमला में राजभवन के बाहर कांग्रेस का हल्ला बोल, केंद्र सरकार पर जमकर साधा निशाना

करसोग/मंडीः जिला में जल्द ही अब हर घर को नल मिलेगा. उपमंडल में लोगों को पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए 51.49 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. वर्ष 2022 तक हर घर को पानी देने के लिए आईपीएच विभाग ने जल जीवन मिशन के तहत अभी पांच बड़ी योजनाओं के टेंडर लगा दिए हैं. सरकार के इस महत्वकांक्षी योजना के तहत करसोग में 3364 घरों को नल से जल सुविधा से जोड़ा जाएगा.

वीडियो रिपोर्ट

उपमंडल में जल जीवन मिशन के तहत सरौर खड्ड-चुराग-तत्तापानी उठाऊ पेयजल योजना के लिए 25 करोड़ का टेंडर लगा है. इस योजना से जल शक्ति विभाग के सब डिवीजन चुराग के तहत 15 से अधिक पंचायतों को पीने के पानी की सुविधा मिलेगी. इसके अतिरिक्त बहना खड्ड से बड़ीधार उठाऊ पेयजल योजना पर भी 10.28 करोड़ खर्च किए जाएंगे. सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत पांचों योजनाओं का कार्य समय पर पूरा करने के निर्देश जारी किए हैं.

बता दें कि मौसम में लगातार परिवर्तन से उपमंडल के तहत पड़ने वाले गांवों में अधिकतर लोकल सोर्स सूख गए हैं, अभी जो कुछ सोर्स बचें हैं वो भी सूखने की कगार पर है. ऐसे में लोगों को साल भर पेयजल समस्या से जूझना पड़ रहा है. स्थिति ये है कि ग्रामीणों को मुश्किल से सप्ताह में एक बार पानी की सप्लाई मिल रही है. गर्मियों के सीजन में हालात और भी खराब हो जाते है. ऐसे में विभाग पर भी नियमित पेयजल सप्लाई के लिए लगातार दवाब बढ़ता जा रहा है. उपमंडल में सरकार की ओर से अब तक 1 जुलाई 2018 माहूनाग और सेरी बंगलों में 11 अगस्त 2019 को दोनों जनमंच कार्यक्रमों में अधिकतर शिकायतें पानी की कमी को लेकर मिली थी.

इन क्षेत्रों को मिलेगा करोड़ों रुपये का लाभ:

उपमंडल में जल जीवन मिशन के तहत सरौर खड्ड-चुराग-तत्तापानी उठाऊ पेयजल योजना पर सबसे अधिक 25 करोड़ खर्च होंगे. इस योजना से चुराग, खील, मैहरन, कांडी सपनोट, बलिंडी, बगशाड आदि पंचायतों के तहत 1526 घरों को नल से जल दिया जाएगा.

बहना खड्ड से बड़ीधार उठाऊ पेयजल योजना पर 10.28 करोड़ खर्च होंगे. इस योजना से ग्वालपुर, तेवन, सराहना आदि पंचायतों के तहत 755 घरों को पानी दिया जाएगा. बाड़ू रोहांडा प्रेसी उठाऊ पेयजल का टेंडर 8.74 करोड़ का लगा है. इस योजना से 591 घरों को नल से जल की सुविधा मिलेगी.

इसके अतिरिक्त कांडा- काहनु उठाऊ पेयजल पर 5.04 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे है. इस योजना के तहत 329 घरों को पानी मिलेगा. ग्राम पंचायत माहूंनाग उठाऊ पेयजल योजना पर जल जीवन मिशन के तहत 2.02 करोड़ खर्च किए जाएंगे. इस योजना से 161 घरों को नल के तहत जल दिया जाएगा.

वहीं, विधायक हीरालाल का कहना है की करसोग में जल जीवन मिशन के तहत पांच पेयजल योजनाओं पर करीब 52 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं. इन सभी योजनाओं के टेंडर लग गए हैं. जल्द ही योजनाओं का काम पूरा कर 3364 घरों को पानी दिया जाएगा. सरकार ने इस योजना के तहत वर्ष 2022 तक सभी घरों को पानी उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा है.

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