मंडी: भारतीय सेना के 21 पंजाब रेजिमेंट में अपनी सेवाएं दे रहे जोगिंदर नगर के दुल गांव से 27 वर्षीय नायक अमित कुमार की पार्थिव देह जैसे ही रविवार को उनके घर पहुंची, हर आंख नम हो गई. अमित कुमार की धर्मपत्नी मनीषा सहित माता गौरी व पिता राजेन्द्र का रो-रो कर बुरा हाल है. दो महीने पहले ही छुट्टी आए अमित कुमार सियाचिन में अपनी सेवाएं दे रहे थे.
कुछ दिन पहले ड्यूटी के दौरान अमित कुमार को पेट में दर्द उठा. इलाज के लिए उन्हें लेह अस्पताल भर्ती करवाया गया. जहां उनका ऑपरेशन किया गया. पांच दिन ठीक रहने के बाद फिर से उन्हें दर्द उठा जिसके उपरांत इलाज के लिये उन्हें चंडीगढ़ कमांड अस्पताल लाया गया. जहां उनका फिर से ऑपरेशन हुआ, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा न सके.
रविवार सुबह सेना के वाहन के माध्यम से सैनिक का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लाया गया. पति की अर्थी देख पत्नी मनीषा का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. इस दौरान वह कई बार गश खाकर बेहोश हो गईं. वहीं, परिजनों की आंखों में भी आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे. अमित कुमार की 2 वर्ष की बेटी सेजल अपने पिता को बार-बार आवाज लगाती रही, लेकिन नासमझ बच्ची को क्या मालूम कि उसके सिर से बाप का साया उठ गया है.
मनीषा ने सुहागन के जोड़े में पति अमित कुमार को अंतिम विदाई दी. सेना के जवानों ने अमित कुमार की धर्मपत्नी को तिरंगा दिया और सलामी दी. इसके बाद सैन्य सम्मान के साथ नायक अमित कुमार का अंतिम संस्कार (Naik Amit Kumar Funeral) किया गया. नायक अमित कुमार को उनके छोटे भी नीशू ने मुखाग्नि दी. बता दें कि अमित कुमार के पिता होशियार सिंह लोक निर्माण विभाग जोगिंदर नगर के अंतर्गत बेलदार के पद पर कार्यरत हैं. उनकी माता गौरी गृहिणी हैं, जबकि छोटा भाई पलंबर का काम करता है.
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