कुल्लूः देश-विदेश में आने वाले सैलानियों के लिए आस्था का केंद्र बिजली महादेव में स्वच्छता को लेकर लोगों में भी जागरूकता फैल रही है, जिसके चलते यंग द्रुकपा एसोसिएशन गरशा ने जिला कुल्लू के बिजली महादेव में की छठी इको पदयात्रा का आयोजन किया. इस यात्रा में 300 से अधिक लोगों ने भाग लिया और बिजली महादेव में विशाल सफाई अभियान भी चलाया गया.
यंग द्रुकपा एसोसिएशन गरशा ने बिजली महादेव तक इको पदयात्रा की शुरुआत की. जिसमें देचेन छोकर गोम्पा शाडाबई के बौद्ध धर्म गुरु सोमंग रिंपोछे और उनके साथ अन्य लामा व विभिन्न जगह से आए श्रद्धालु और वालिंटियर्स इस इको पदयात्रा में शामिल हुए.
पदयात्रा की शुरुआत कुल्लू के ढालपुर से की गई और रिंपोछे व लामा द्वारा बिजली महादेव प्रांगण में पूजा-अर्चना भी की गई. जिसमें जगह-जगह से आए श्रदालुओं ने हिस्सा लिया. इस पदयात्रा में जहां जनजातीय जिला लाहुल स्पिति, किन्नौर, पांगी के श्रद्धालुओं ने भी भाग लिया. मंदिर प्रांगण में पूजा-अर्चना के बाद रिंपोछे सोमंग ने समस्त श्रदालुओं को प्रकृति संरक्षण का संदेश दिया व सभी से आग्रह किया कि हिमालय के इन बेहद खूबसूरत वादियों को साफ सुथरा रखने में अपनी अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर इसका संरक्षण करे.
उन्होंने यह भी संदेश दिया कि प्लास्टिक का उपयोग कदापि न करें. क्योंकि पर्यावरण को नुकसान सबसे ज्यादा यह प्लास्टिक ही करता है. उसके बाद बिजली महादेव परिसर व इसके आसपास में एक विशाल सफाई अभियान का आयोजन भी किया गया. जिसमें लगभग 300 वालंटियर ने हिस्सा लिया और कूड़े को एकत्र कर कुल्लू लाया गया
वाईडीए के प्रेस सचिव कुंगा ने बताया कि यह यंग द्रुकपा एसोसिएशन गरशा के 6 वीं इको पदयात्रा है और लोगों ने इसमें बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. प्रेस सचिव कुंगा ने बताया कि वाईडीए गरशा इस से पूर्व भी लाहैल-स्पीति व अन्य धार्मिक स्थलों पर इस तरह के पदयात्रा व सफाई अभियान चला चुके हैं जो बेहद कामयाब भी रहा और लोगों ने उनके संदेश को अपनाया भी है.
उन्होंने बताया कि अगली पदयात्रा जिला लाहौल स्पीति के पवित्र कोरा में जून माह मे करवाई जाएगी, जहां इको फेस्टिवल के रूप में 5 दिनों तक मनाया जाएगा. गौरतलब रहे कि इस पदयात्रा में बौद्ध धर्म के श्रद्धालुओं ने भाग लिया. वहीं, सफाई अभियान के तहत कूड़े को बोरों में भर कुल्लू पहुंचाया गया. जहां नगर परिषद के माध्यम से कूड़े का निस्तारण किया जाएगा.
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