कुल्लू: राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (National Rural Health Mission Kullu) के तहत काम कर रहे कर्मचारी अपने लिए नीति न बनने से (Kullu NRHM employees) परेशान है. वहीं, अब उन्होंने सरकार को भी चेतावनी दी है कि अगर उनके लिए कोई स्थाई नीति नहीं बनती है, तो उन्हें मजबूरन हड़ताल करनी (Kullu NRHM employees permanent policy demand) पड़ेगी. इसी के तहत कुल्लू के ढालपुर में भी एनआरएचएम के तहत काम करें कर्मचारियों के द्वारा सीएमओ व चिकित्सा अधीक्षक को एक ज्ञापन सौंपा गया और मांग रखी गई कि जल्द से जल्द उनके लिए भी एक नीति तैयार (Kullu NRHM employees meet CMO) की जाए.
एनआरएचएम जिला कुल्लू के अध्यक्ष हेमराज शर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत पिछले 20-22 वर्षों से कार्य कर रहे लगभग 1600 के करीब कर्मचारियों के लिए नियमतिकरण की स्थाई नीति या रेगुलर पे-स्केल लागू करने का अल्टीमेटम दिया गया है. जिसमें 25 जनवरी 2022 तक का समय दिया (NRHM Permanent Policy Demand) गया है. अगर प्रदेश सरकार इस तय तिथि तक कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लेती है तो ये कर्मचारी 2 फरवरी से सांकेतिक हड़ताल पर जाने के लिए विवश होंगे.
हेमराज शर्मा ने कहा कि ज्ञापन के जरिए वर्ष 1997 से लेकर आज तक 23-24 वर्षों से सरकार की चक्की में पिस रहे अनुबंध कर्मचारियों के लिए कोई नीति नहीं बनाई गई है. उन्होंने कहा की उसके लिए नीति तैयार करने और न्यूनतम वेतन पर सेवाएं देने पर वर्ष 2016 में कैबिनेट स्तर की नोटिफिकेशन भी जारी हुई थी. उसे पूरे प्रदेश में लागू करने की मांग रखी गई है. जिला अध्यक्ष हेमराज ने कहा कि कर्मचारी मिलकर सरकार के समक्ष अपनी मांग को उठा रहे हैं. अगर फिर भी सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती है. तो मजबूरी में उन्हें हड़ताल करनी पड़ेगी और उसकी पूरी जिम्मेवारी सरकार की होगी.
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