कुल्लू: देश के मैदानी इलाकों में बढ़ रहे तापमान ने मनाली का पर्यटन कारोबार भी गरमा दिया (tourism in himachal pradesh) है. मनाली के होटलों में 80 फीसदी होटल बुक हो गए हैं. लगभग 2 सालों के बाद अब एक बार फिर से मनाली के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ने लगी है. बीते 2 साल कोरोना संक्रमण के चलते मनाली के पर्यटन कारोबारियों को करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा था, लेकिन अब पर्यटकों की आमद में वृद्धि होने के चलते मनाली के होटल कारोबारी भी काफी खुश हैं.
ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि मनाली का समर सीजन इस बार 15 अप्रैल से ही अपनी गति पकड़ लेगा. मनाली में समर सीजन को लेकर पर्यटन नगरी तैयार है जबकि लाहौल घाटी के कारोबारी भी तैयारी में जुटे हुए (tourists in manali) हैं. लाहौल घाटी में ग्रामीणों ने अपने 546 घर प्रदेश सरकार की होम सटे योजना के तहत पंजीकृत करवाए हैं जबकि कोकसर, सिस्सू, तांदी, कारघा, जिस्पा व दारचा में पर्यटन कारोबारी टैंट लगाने की भी तैयारी कर रहे हैं.
अटल टनल रोहतांग से सीमावर्ती क्षेत्रों में पहुंच आसान हुई है जबकि पर्यटन को भी बढ़ावा मिला (tourists in kullu) है. रोहतांग दर्रे के साथ-साथ अब रोहतांग टनल भी पर्यटकों को नए पर्यटन स्थल के रुप में मिली है. होटल कारोबारी शमशेर ठाकुर, विम्पी, रवि व्यास व राजू शर्मा ने बताया कि दो साल बाद पर्यटन कारोबार के गति पकड़ने की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि मई-जून को लेकर होटलों में 50 प्रतिशत की एडवांस बुकिंग हो गई है. उन्होंने बताया कि अप्रैल 15 के बाद मनाली में समर सीजन गति पकड़ सकता है.
होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश ठाकुर व उपाध्यक्ष रोशन ठाकुर ने बताया कि दो साल से मंदी की मार झेल रहे पर्यटन कारोबारियों को इस बार राहत मिलने की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि मैदानी क्षेत्रों में तापमान चढ़ने लगा है जिससे पर्यटक पहाड़ों के रुख कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पर्यटन नगरी मनाली समर सीजन को लेकर तैयार है.