कुल्लूः यूपी के हाथरस कांड के विरोध में जिला कुल्लू में सीटू ने रैली निकाल कर विरोध जताया. सीटू के सदस्यों ने हाथरस मामले में यूपी सरकार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. सीटू ने कहा कि इस मामले में सरकार और पुलिस का रवैया दोषियों को बचाने का रहा है जिसके बारे में जांच की जानी चाहिए.
मंगलवार को जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में सीटू के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने डीसी कार्यालय तक रैली निकाली. इसके बाद डीसी कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया गया. सीटू के पदाधिकारी भूप सिंह भंडारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के साथ उत्पीड़न व दुष्कर्म की घटनाएं अब आम हो गई हैं और हाथरस की घटना से योगी सरकार का चेहरा जनता के बीच बेनकाब हुआ है.
भूप सिंह भंडारी ने कहा कि हाथरस मामले में लड़की के परिवार वाले इस बात को उठाने की कोशिश करते हैं तो लड़की का पोस्टमार्टम करके उसका दाह संस्कार रात को ही कर दिया जाता है, जिसकी जितनी निंदी की जाए कम है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार योगी के नेतृत्व में चल रही है, तब से प्रदेश में दलितों-महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं.
सीटू का कहना है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने भी अभी तक इस बारे में कोई भी शब्द नहीं कहा है. सीटू सदस्यों ने कहा कि वे इस मामले की निंदा करते हैं और दुष्कर्म व हत्या कांड की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में करवाने की मांग करते हैं.
वहीं, हाथरस के डीएम को भी बर्खास्त किया जाने की मांग भी उठाई गई. प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने भी यूपी के मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा और कहा कि महिलाओं व दलितों पर अत्याचार को जल्द बंद किया जाए.
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