हमीरपुर: चंडीगढ़ में पुनर्वास केंद्र (rehabilitation center chandigarh ) से डिस्चार्ज होने के बाद हमीरपुर निवासी शिखा शर्मा को परेशान होना पड़ा. मामला संज्ञान में आने के बाद डीसी हमीरपुर देवश्वेता बनिक(dc hamirpur devshweta banik) की तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन(assurance of help) दिया गया है. गौरतलब है कि सालों से रीढ़ की हड्डी की गंभीर बीमारी(severe spinal cord disease) से तड़प रही शिखा शर्मा को पुनर्वास केंद्र चंडीगढ़ (rehabilitation center chandigarh) में भर्ती कराया गया था. जहां पर उपचार के बाद शुक्रवार को उसे डिस्चार्ज किया गया था.
शिखा के साथ मेरठ निवासी एक महिला को भी इस पुनर्वास केंद्र से डिस्चार्ज (discharge from rehabilitation center) किया गया था. इस महिला के साथ इसकी बहन भी मौजूद थीं. दरअसल पुनर्वास केंद्र से जिस एंबुलेंस को इन मरीजों को छोड़ने के लिए भेजा गया था, वह इनको छोड़कर किसी अन्य मरीज को लेने चला गया. इस बीच शिखा शर्मा इन दोनों लड़कियों के साथ चंडीगढ़ में आश्रय तलाशती रही. लेकिन देर शाम तक उसको कहीं से भी मदद नहीं मिली.
अंततः सहेली की मदद से परिचित व्यक्ति के प्रयासों से उसे फिर अस्पताल में भर्ती करवाया गया. अचानक उसकी तबीयत भी बिगड़ गई थी, जिस वजह से शिखा की परेशानियां और भी बढ़ गई. अब चंडीगढ़ स्थित एक अस्पताल (hospitalized in chandigarh) में उन्हें भर्ती करवा दिया गया है, लेकिन शिखा की परेशानियां कम नहीं हुई है. भविष्य में उनका कौन ध्यान रखेगा यह भी बड़ी चिंता का विषय है, क्योंकि शिखा शर्मा के माता पिता नहीं है. कुछ साल पहले ही दोनों का देहांत हो गया है.
शिखा शर्मा एक बहुत ही अच्छी लेखक हैं, जिनके लेख कई समाचार पत्र और पत्रिकाओं में छप चुके हैं. मामला संज्ञान में आने के बाद ईटीवी भारत के संवाददाता(etv bharat reporter) ने डीसी हमीरपुर देवश्वेता बनिक से इस विषय पर बात की. डीसी हमीरपुर ने आश्वासन दिया है कि वह लड़की से बातचीत कर हर संभव मदद का प्रयास करेंगी.
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