हमीरपुर: चुनावों के नजदीक आते ही संगठन में बदलाव से हमीरपुर जिले में सवाल उठना शुरू हो गए हैं. हमीरपुर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी को भंग कर दिया गया है. ब्लॉक कांग्रेस कमेटी को भंग करने के लिए जिले में किस नेता ने सिफारिश की है (Hamirpur Block Congress Committee dissolved) अब यह सवाल भी सियासी फिजाओं में खूब चर्चा में है. जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र जार की माने तो उनसे इस विषय पर कोई राय नहीं ली गई है. कांग्रेस हाईकमान के इस फैसले का विरोध होना भी शुरू हो गया है.
आखिर किसके इशारे पर यह कार्रवाई हुई: महिला कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एंव प्रदेश कांग्रेस (Former CPS Anita Verma) की वर्तमान उपाध्यक्ष अनिता वर्मा ने इस फैसले पर पुर्नविचार किए जाने की बात कही है. अनिता वर्मा ने तर्क दिया है कि चुनावों के मुहाने पर इस तरह के फैसले से कार्यकर्ताओं में गलत संदेश जाएगा. सियासी गलियारों में हमीरपुर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी को भंग करने के इस फैसले पर नेताओं और कार्यकर्ताओं में खूब चर्चा है, हालांकि यह अपने आप में बड़ा सवाल बना हुआ है कि आखिर किसके इशारे पर यह कार्रवाई हुई है. बड़ी बात यह है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह पहले ही यह बयान दे चुकी है कि उनसे हाईकमान की इस विषय पर कोई चर्चा नहीं हुई है. हमीरपुर जिला भी कांग्रेस संगठन की दृष्टि से पिछले कुछ समय में पावर सेंटर बनकर उभरा है, ऐसे में सवाल यह उठ रहे हैं कि आखिर हिमाचल कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू और कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र राणा के गृह जिले में संगठन में चुनावी मौसम में तोड़-फोड़ किसके इशारों पर हुई.
कार्यकर्ताओं का मनोबल गिराने वाले फैसले न लिए जाएंः महिला कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्ष अनीता वर्मा ने कहा कि पार्टी विधानसभा चुनावों की दहलीज पर खड़ी है. ऐसे समय में पार्टी को ब्लॉक कमेटियां भंग करने के निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए. हमीरपुर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी एक पूरी टीम की तरह पिछले कई समय से विधानसभा क्षेत्र में पार्टी का प्रचार जोरों शोरों से कर रही है और अब इस समय इस कमेटी को भंग करने से आम कार्यकर्ताओं और जनता में एक गलत संदेश जाएगा. उन्होंने कहा कि ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुरेश पटियाल एक रिटायर्ड तहसीलदार हैं और कर्मचारी वर्ग में काफी अच्छी पकड़ रखते हैं. उनको और उनकी पूरी टीम को हटाए जाने से पूर्व कर्मचारियों में भी एक गलत संदेश जाएगा. उन्होंने प्रदेश कार्यकारिणी से यह मांग की है कि अपने इस निर्णय पर पुनर्विचार करें और कोई भी ऐसा निर्णय न लें जिससे कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरे.
फैसले पर टिप्पणी करना अधिकार क्षेत्र में नहीं: जिला कांग्रेस कमेटी हमीरपुर के अध्यक्ष राजेंद्र जार ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के इस फैसले पर टिप्पणी करना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है. इस फैसले को लेकर उनसे कोई राय नहीं ली गई है. एआईसीसी के इस फैसले पर टिप्पणी करना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है.
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