धर्मशाला: कांगड़ा जिले का गग्गल थाना इन दिनों जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते सुर्खियों में है. मामला 8 सिंतबर का है. जब पेंटिंग का काम करने वाले 22 साल के रोहित के साथ बदमाश काका ने रंजिश को लेकर मारपीट (Kangra Rohit assault case) की. रोहित को इतनी बेरहमी से मारा गया कि आखिरकार उसने बुधवार को टांडा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
रोहित के साथ काम करता था काका: पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रोहित और काका दोनों साथ में पेटिंग का काम करते थे. कुछ दिनों पहले दोनों में रुपयों को लेकर विवाद हुआ था. उसी के चलते दोनों में रंजिश चल रही थी.पुलिस के मुताबिक काका पर पहले भी 2 मामले दर्ज है और पूरा उसका रिकार्ड खंगाला जा रहा है.
पुलिस पहरे में हुआ अंतिम संस्कार: पोस्टमार्टम के बाद रोहित पुलिस सुरक्षा में अंतिम संस्कार किया गया. हालांकि, इस मामले में पुलिस ने आरोपी सचिन (काका ) को गिरफ्तार कर लिया है. रोहित के गांव में गमगीन मौहाल है और लोग प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे है.
गग्गल थाने का स्टाफ लाइन हाजिर: मामले में लापरवाही बरतने पर गग्गल पुलिस थाने के एसएचओ को जहां बदला गया, वहीं, 5 जवानों को लापरवाही के चलते लाइन हाजिर किया (Action on Gaggal Thana Police Staff) गया.दरअसल बीते सप्ताह शनिवार को पुलिस की कार्यप्रणाली पर आरोप लगाते हुए लोगों ने थाने का घेराव किया था.लोगों ने आरोप लगया था कि पुलिस इस मामले में सुस्ती बरत रही है.
ग्रामीणों ने सीएम का रोका था काफिला: वहीं, मंगलवार को सीएम जयराम ठाकुर के कांगड़ा जिले के दौरे के दौरान लोगों ने काफिला रोककर ज्ञापन सौंप था. जिसके बाद एसपी कांगड़ा ने थाने के पूरे स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया. एसपी कांगड़ा खुशहाल शर्मा ने बताया कि पुलिस की ओर से मामले की जांच की जा रही है. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया और कड़ी सजा दिलवाई जाएगी. उन्होंने कहा कि गग्गल थाने के एचएचओ को पहले बदल दिया था. उसके बाद 5 जवानों को लाइन हाजिर किया गया है.
इन्होंने बरती लापरवाही: एसपी कांगड़ा खुशहाल शर्मा ने बताया कि रोहित मामले में गग्गल थाने के एसएचओ पुष्पराज को हटाकर थाने की जिम्मेदारी कल्याण सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं, एएसआई रविंद्र कुमार, हेड कांस्टेबल नसीब चंद, विजय,उत्तम और कांस्टेबल संजीव को लाइन हाजिर किया गया है.उन्होंने बताया मामले से संबधित तथ्यों की पुष्टि के लिए उप-पुलिस अधीक्षक आरपी जसवाल को प्रारंभिक जांच के आदेश पारित किए गए हैं. जांच पूरी होने के बाद जो भी पुलिस कर्मी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
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