पालमपुर: प्रदेश में नई पंचायत भवनों के शिलान्यास किए जा रहे हैं, लेकिन पुरानी पंचायतों को देखने वाला कोई नहीं है. पालमपुर की रोड़ा पंचायत की बात की जाए तो भवन में कोई बल्ब तक लगाया गया. वहीं, कंप्यूटर धूल फांक रहा है. दलील दी जा रही है कि लैपटॉप से काम किया जाता है.
सुलह विधानसभा के अंतर्गत आने वाली रोड़ा पंचायत इन दिनों सुर्खियों में है. वार्ड नंबर 5 में 2020 में एक वाटर टैंक का निर्माण कार्य मनरेगा के तहत शुरू हुआ, खुदाई में ही लेबर के लिए जो जो धन राशि स्वीकृत हुई थी वह खत्म हो गई. ऐसा ही खोबड़ तालाब के निर्माण कार्य में हुआ. उसके बाद लॉकडाउन लग गया. सीमेंट जो कि काम में लगाया जाना था वो जम कर पत्थर बन गया. 62 बैग सीमेंट के इस दौरान खराब हो गए.
खराब हुए सीमेंट के बारे में मौजूदा पंचायत प्रधान जगतम्बा देवी ने बताया सीमेंट जो खराब हुआ उसके लिए पिछली पंचायत के प्रतिनिधि जिमेदार है और जो काम नहीं हो पाए यह भी उनकी जिम्मेदारी थी. वहीं, प्रधान ने उपप्रधान पर काम में दखलअंदाजी का आरोप लगाया. वहीं, उपप्रधान कुमेंर राणा ने सभी आरोपों को गलत बताया. पूर्व वार्ड सदस्य कमलेश कुमार ने बताया जितनी राशि मुहैया करवाई गई थी उतना काम किया गया.
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