ETV Bharat / city

कांगड़ा में मांगों को लेकर अड़े निजी बस ऑपरेटर्स, जयराम सरकार को भेजा ज्ञापन

कांगड़ा में प्राइवेट बस ऑपरेटर वेल्फेयर सोसायटी ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती, तब तक वे अपनी बसों को सड़कों पर नहीं उतारेंगे. उन्होंने कहा कि प्राइवेट बस आपरेटर्स ने एक सप्ताह तक बसों का संचालन किया, लेकिन उससे फायदे के बजाय नुकसान ही झेलना पड़ा है.

Private bus operators raised
Private bus operators raised
author img

By

Published : Jun 8, 2020, 9:15 PM IST

धर्मशालाः जिला कांगड़ा में प्राइवेट बस ऑपरेटर वेल्फेयर सोसायटी के पदाधिकारियों ने सोमवार को डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा और आरटीओ के समक्ष भी अपना पक्ष रखा.

वेल्फेयर सोसायटी ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती, तब तक वे अपनी बसों को सड़कों पर नहीं उतारेंगे. निजी बस आपरेटर्स का कहना है कि 60 फीसदी क्षमता के साथ बसें चलाना घाटे का सौदा है.

वीडियो

सोसायटी के चेयरमैन मनमोहन बेदी सहित अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि सोसायटी अपनी राज्य स्तरीय यूनियन का समर्थन करती है. निजी बस ऑपरेटर वेल्फेयर सोसायटी ने निर्णय लिया है कि जब तक सरकार निजी बस आपरेटर्स की मांगों पर विचार नहीं करती, तब तक बसों को सड़कों पर नहीं उतारा जाएगा.

उन्होंने कहा कि प्राइवेट बस आपरेटर्स ने एक सप्ताह तक बसों का संचालन किया, लेकिन उससे फायदे के बजाय नुकसान ही झेलना पड़ा. 60 फीसदी क्षमता के साथ बसें चलाना संभव नहीं है, क्योंकि इससे बसों के खर्च ही पूरे नहीं हो पाएंगे.

सोसायटी ने सिर्फ कोरोना संकट के बीच ही लोकल और बेसिक किराया बढ़ाने की मांग भी सरकार से की है. सोसायटी के महासचिव सचिन चड्डा ने कहा कि प्रदेश सरकार एचआरटीसी की तर्ज पर निजी बस आपरेटर्स को भी आर्थिक पैकेज देने की घोषणा करे.

सोसायटी पदाधिकारियों ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान हम सरकार के साथ खड़े हैं और सरकार जो भी आदेश देगी. उसे माना जाएगा, लेकिन ऐसे हालात में बसें चलाना मुश्किल है.

ये भी पढ़ें- प्रदेश में थमे निजी बसों के पहिए, ETV भारत पर बस ऑपरेटर्स ने बताई अपनी समस्याएं

ये भी पढ़ें- संजय चौहान ने सरकार पर साधा निशाना, कोरोना से लड़ने के लिए टास्क फोर्स बनाने की मांग

धर्मशालाः जिला कांगड़ा में प्राइवेट बस ऑपरेटर वेल्फेयर सोसायटी के पदाधिकारियों ने सोमवार को डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा और आरटीओ के समक्ष भी अपना पक्ष रखा.

वेल्फेयर सोसायटी ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती, तब तक वे अपनी बसों को सड़कों पर नहीं उतारेंगे. निजी बस आपरेटर्स का कहना है कि 60 फीसदी क्षमता के साथ बसें चलाना घाटे का सौदा है.

वीडियो

सोसायटी के चेयरमैन मनमोहन बेदी सहित अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि सोसायटी अपनी राज्य स्तरीय यूनियन का समर्थन करती है. निजी बस ऑपरेटर वेल्फेयर सोसायटी ने निर्णय लिया है कि जब तक सरकार निजी बस आपरेटर्स की मांगों पर विचार नहीं करती, तब तक बसों को सड़कों पर नहीं उतारा जाएगा.

उन्होंने कहा कि प्राइवेट बस आपरेटर्स ने एक सप्ताह तक बसों का संचालन किया, लेकिन उससे फायदे के बजाय नुकसान ही झेलना पड़ा. 60 फीसदी क्षमता के साथ बसें चलाना संभव नहीं है, क्योंकि इससे बसों के खर्च ही पूरे नहीं हो पाएंगे.

सोसायटी ने सिर्फ कोरोना संकट के बीच ही लोकल और बेसिक किराया बढ़ाने की मांग भी सरकार से की है. सोसायटी के महासचिव सचिन चड्डा ने कहा कि प्रदेश सरकार एचआरटीसी की तर्ज पर निजी बस आपरेटर्स को भी आर्थिक पैकेज देने की घोषणा करे.

सोसायटी पदाधिकारियों ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान हम सरकार के साथ खड़े हैं और सरकार जो भी आदेश देगी. उसे माना जाएगा, लेकिन ऐसे हालात में बसें चलाना मुश्किल है.

ये भी पढ़ें- प्रदेश में थमे निजी बसों के पहिए, ETV भारत पर बस ऑपरेटर्स ने बताई अपनी समस्याएं

ये भी पढ़ें- संजय चौहान ने सरकार पर साधा निशाना, कोरोना से लड़ने के लिए टास्क फोर्स बनाने की मांग

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.