बैजनाथ/कांगड़ाः मकर सक्रांति के अवसर पर शिव मंदिर बैजनाथ में हर साल की भांति इस बार भी घृत मंडल चढ़ाया जाएगा. इसको लेकर मंदिर में तैयारियां शुरू हो गई हैं. मंगलवार को लगभग 1 क्विंटल शुद्ध घी को धोकर माखन तैयार करने का काम जारी रहा. इस माखन को तैयार करने के लिए मंदिर के पुजारी और कर्मचारियों में कांगड़ा मंदिर से आए पूरी निष्ठा के साथ लगे हुए हैं.
करोना महामारी के चलते हर साल की मुकाबले इस बार घृतमंडल कम चढ़ाया जाएगा. कांगड़ा से आए पुुजारी सदन शर्मा ने बताया कि मंगलवार को लगभग 1 क्विंटल घी का माखन तैयार किया गया है. बुधवार को भी इतना ही माखन बनाया जाएगा. इसे मंदिर परिसर में बने जमदग्नि ऋषि और भैरव मंदिरों में रखा जाएगा.
घृत मंडल की सूखे मेवों व फलों से होगी सजावट
इस माखन का उपयोग मकर सक्रांति के दिन पूरे विधि-विधान से शिव मंदिर मे विराजमान अर्धनारीश्वर भगवान शिव और मां पार्वती के स्वरूप में बने शिवलिंग पर चढ़ाया जाएगा. घृत मंडल को चढ़ाने के बाद उसकी सजावट सूखे मेवों व फलों से की जाएगी. श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए यह घृत मंडल 7 दिनों तक शिवलिंग पर इसी तरह चढ़ा रहेगा. इसे आठवें दिन उतार कर श्रद्धालुओंं को प्रसाद के रूप में बांट दिया जाएगा. मंदिर में उपस्थित कर्मचारी ने बताया कि मंगलवार को श्रद्धालुओं ने लगभग 50 किलो शुद्ध घी मंदिर में चढ़ाया है और अभी और घी भी श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाया जा सकता है.
दूर से करने होंगे दर्शन
मंदिर न्यास सहायुक्त एवं एसडीएम बैजनाथ छवि नांटा ने कहा कि ऐतिहासिक शिव मंदिर में घृत मंडल पर्व की तैयारियां शुरू हो गई है. मकर सक्रांति को घृत मंडल शिवलिंग पर चढ़ाकर इस पर सूखे मेवों का श्रृंगार किया जाएगा. इस बार घृत मंडल को बनाने के लिए बाहर के लोगों से कोई सहायता नहीं ली जाएगी. केवल कांगड़ा मंदिर व स्थानीय पुजारी घृत मंंडल तैयार करेंगे. उन्होंने बताया कि घृत मंडल के दर्शनो के लिए श्रद्धालुओं को दूर से दर्शन करने पड़ेंगे.
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