धर्मशाला: निर्वासित तिब्बत सरकार के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति पेंपा सेरिंग ने आज पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह सुबह 10 बजे शुरू हुआ. कोरोना संक्रमण के चलते सादे समारोह का आयोजन किया गया.
पूर्व राष्ट्रपति भी रहे मौजूद
पेंपा सेरिंग को निर्वासित तिब्बत सरकार के मुख्य न्यायाधीश ने पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई. कोरोना संक्रमण के चलते शपथ ग्रहण समारोह में मात्र 5 लोग ही शामिल हुए. शपथ ग्रहण समारोह का लाइव प्रसारण किया गया. इस मौके पर निर्वासित तिब्बत सरकार के पूर्व राष्ट्रपति लॉब सांगे भी मौजूद रहे.
पेंपा सेरिंग व केलसंग दोरजे के बीच था मुकाबला
केंद्रीय निर्वासित तिब्बत के चुनाव में पेंपा सेरिंग ने सीटीए के अध्यक्ष एवं राष्ट्रपति के रूप में जीत हासिल की थी. केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) अध्यक्ष व (सिक्योंग) राष्ट्रपति पद के लिए पेंपा सेरिंग व केलसंग दोरजे के बीच मुकाबला था. जिसमें पेंपा सेरिंग ने अपनी जीत दर्ज की थी.
पेंपा सेरिंग को 34,324 मत मिले
केंद्रीय निर्वासित तिब्बत सरकार के राष्ट्रपति पद के लिए दो चरणों मे चुनाव करवाए गए थे. जिसमें पेंपा सेरिंग को 34,324 मत मिले, जबकि केलसंग दोरजे को 28,907 मत मिले.
चीनी सरकार की दमनकारी नीतियों को उजागर करने पर जोर
पेंपा सेरिंग ने कहा कि हम चीनी सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों और दमनकारी नीतियो को उजागर करेंगे. इसी के साथ गलत नीतियों को सुधारने, वापस लेने या संशोधित करने का प्रयास करेंगे. इसी तरह, हम तिब्बत में तिब्बतियों और निर्वासित लोगों के बीच अधिक से अधिक बातचीत करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और दलाई लामा की चीन यात्रा की इच्छा को साकार करने की दिशा में काम करेंगे.
पेंपा सेरिंग ने कहा कि उनकी प्राथमिकता है कि भारत और नेपाल में तिब्बती समुदायों के भीतर कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए और क्या किया जा सकता है. हम केंद्र और स्थानीय दोनों स्तरों पर कोविड टास्क फोर्स की संरचना की समीक्षा करेंगे और हर संभव उपचारात्मक उपाय करेंगे. उन्होंने कहा कि हम पर्यावरण के विनाश और तिब्बत के भीतर तिब्बती राष्ट्रीय पहचान के संरक्षण से संबंधित बुनियादी मुद्दों की निगरानी और गहन अध्ययन करेंगे.
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