धर्मशालाः जिला कांगड़ा में कोरोना वायरस के दो संदिग्ध मामले सामने आने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है. विभाग ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा के बाद अब जोनल अस्पताल धर्मशाला और पालमपुर अस्पताल में भी 5-5 बिस्तरों की व्यवस्था वाले आइसोलेशन वार्ड स्थापित किए हैं.
पालमपुर उपमंडल के तहत मां-बेटी में कोरोना वायरस के संभावित लक्षणों के बाद जिला भर में अलर्ट जारी कर दिया गया है. विभाग द्वारा सभी बीएमओ को सबंधित क्षेत्रों में 10 फरवरी के बाद विदेश यात्रा से लौटे नागरिकों की पूरी जानकारी और उनके स्वास्थ्य जांच करवाने सबंधी प्रक्रियाओं को पूरा करने के निर्देश दिए हैं.
इसके साथ ही ऐसे लोगों को स्वेच्छा से भी अपनी स्वास्थ्य जांच करवाने का आह्वान किया है. जानकारी के अनुसार चीन, हांगकॉंग, सिंगापुर, थाईलैंड, साउथ कोरिया, जापान, वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, इटली, नेपाल, ईरान में कोरोना वायरस के मरीज सामने आने के बाद भारत में इन देशों से आने वाले यात्रियों पर विशेष रुप से नजर रखी जा रही है.
वहीं, सीएमओ जिला कांगड़ा डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि जिला कांगड़ा से सबंधित 2 मरीजों में कोरोना वायरस के संभावित लक्षणों को देखते हुए उनके संपर्क में आए व अन्य करीबियों की भी स्वास्थ्य विभाग ने काउंसलिंग की है. मरीजों ने ही विभाग को उनके संपर्क में आने वाले रिश्तेदारों व सगे-सबंधियों की सूची सौंपी है. जिस पर विभाग ने भी उक्त लोगों की भी काउंसलिंग और स्वास्थ्य की जांच की है.
जिला कांगड़ा के सीएमओ डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि कांगड़ा में अभी तक चीन सहित अन्य चिन्हित 12 देशों से 44 व्यक्ति जिला में पहुंच चुके हैं. इसमें से 21 व्यक्ति स्वास्थ्य विभाग की 28 दिन की आब्जर्वेशन अवधि को पूरा कर चुके हैं.
इसके अलावा 10 व्यक्ति आब्जर्वेशन अवधि के दौरान ही हिमाचल से बाहर चले गए हैं. मौजूदा समय में 13 व्यक्तियों को विभाग ने आब्जर्वेशन में रखा है. उन्होंने कहा कि वायरस से सबंधित मामले ज्यादा सामने आते हैं तो अन्य अस्पतालो में भी आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की जाएगी. इस रोग से डरने की नहीं बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है.
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