शाहपुर: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) को लेकर प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां चरम पर पहुंच चुकी है. वर्तमान विधायक अपने-अपने क्षेत्र का दौरा करने में जुट गए हैं. वहीं, टिकट के चाहवान भी टिकट के लिए आए दिन प्रदेश भर में शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन यह जानना बेहद जरूरी है कि आखिर आपके विधायक ने क्षेत्र में क्या किया है और क्या नहीं किया है. इन तथ्यों को जांचने के लिए हम हिमाचल सीट स्कैन के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों का चुनावी समीकरण बता रहे हैं. आज हम शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की बात करने जा रहे हैं.
टिकट को लेकर चुनावी जंग: विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही ओबीसी बाहुल्य (Shahpur Assembly seat Ground report) विधानसभा क्षेत्र शाहपुर में भाजपा व कांग्रेस पार्टी के लोग टिकट की दावेदारी जता रहे हैं. इसी बीच आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party in Himachal) ने भी अपना उम्मीदवार शाहपुर विधानसभा में उतारने की पूरी तैयारी कर ली है. भाजपा पार्टी से मंत्री एवं विधायक सरवीण चौधरी टिकट की दावेदार हैं, लेकिन इस मर्तबा भाजपा के प्रदेश कार्यकारी समिति के सदस्य कमल शर्मा ने भी टिकट की दावेदारी जताई है.
वहीं, बात अगर कांग्रेस पार्टी की, की जाए तो पिछले विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस पार्टी ने केवल सिंह पठानिया को टिकट दिया था, लेकिन कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा था. ऐसे में देखना अब दिलचस्प होगा कि क्या कांग्रेस पार्टी इस बार फिर से हारे हुए उम्मीदवार के ऊपर दांव खेलेगी या फिर किसी नए चेहरे को टिकट देगी. इस मर्तबा कांग्रेस के स्टेट सेक्रेटरी जितेंद्र सिंह गुलेरिया ने भी कांग्रेस पार्टी की ओर से टिकट की दावेदारी जताई है. इस बीच वरिष्ठ नेता रि. मेजर विजय सिंह मनकोटिया के अगले कदम पर भी राजनीतिक पार्टियों के समीकरण बदलने वाले हैं.
हालांकि मनकोटिया ने अभी तक अपने पत्ते सार्वजनिक नहीं किये हैं. पिछले कुछ विधानसभा चुनावों की बात की जाए तो मनकोटिया और केवल सिंह पठानिया की लड़ाई का फायदा भाजपा की उम्मीदवार सरवीण चौधरी को मिलता आया है. सरवीण चौधरी 15 साल से शाहपुर का नेतृत्व कर रही हैं. वहीं, कांग्रेस के सिपाही केवल सिंह पठानिया लंबे समय से जनसंपर्क में जुटे हैं. वहीं, आम आदमी पार्टी से देश राज चौधरी ने भी प्रचार शुरू कर दिया है.
शाहपुर विधानसभा सीट की ग्राउंड रिपोर्ट: शाहपुर विधानसभा क्षेत्र (Shahpur Assembly Constituency ) में 117 पोलिंग बूथ है. वहीं, इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 86,343 मतदाता हैं इसमें से 43,817 पुरुष व 42,526 महिलाएं मतदाता हैं. हालांकि अभी और मतदाताओं को जोड़ने की प्रक्रिया जारी है.
साल 2017 में जीत का अंतर: वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में तीन निर्दलीय उम्मीदवारों सहित भाजपा की उम्मीदवार सरवीण चौधरी व कांग्रेस से केवल सिंह पठानिया ने चुनाव लड़ा था. इसमें भाजपा की उमीदवार सरवीण चौधरी को 23,104 वोट पड़े थे, कांग्रेस के उम्मीदवार केवल सिंह पठानिया को 16,333 वोट पड़े थे वही निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे मेजर विजय सिंह मनकोटिया को 16,957 वोट पड़े थे इसी के साथ अन्य दो निर्दलीय उम्मीदवार रमेश कुमार को 1,111 व देश राज चौधरी को 1,108 वोट पड़े थे इन चुनावों में भाजपा की उम्मीदवार सरवीण चौधरी ने 6,147 के मार्जिन से जीत दर्ज की थी. सरवीण चौधरी इस विधानसभा सीट से 6 बार चुनाव लड़ चुकी हैं और 4 बार जीत का चौका लगा चुकी हैं.
इस विधानसभा सीट में ज्यादातर भाजपा के उम्मीदवार ने ही अपनी जीत दर्ज की है क्योंकि मेजर विजय सिंह मनकोटिया व कांग्रेस के सिपाही केवल सिंह पठानिया की लड़ाई का फायदा अक्सर सरवीण चौधरी को मिलता रहा है. वहीं, मेजर विजय सिंह मनकोटिया भी निर्दलीय के रूप में इस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते हैं तो वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में केवल सिंह पठानिया को कांग्रेस ने टिकट दिया था लेकिन कांग्रेस पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा था. ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस हाईकमान हारे हुए उम्मीदवार को टिकट थमाती है या कांग्रेस के स्टेट सेक्रेटरी जितेंद्र सिंह गुलेरिया के पाले में टिकट डालती हैं.
शाहपुर सीट पर जातीय समीकरण: वहीं, शाहपुर विधानसभा सीट (Shahpur Assembly seat) हमेशा से ही ओबीसी बाहुल्य रही है. इस सीट पर किस पार्टी का उम्मीदवार जीतेगा, इसका फैसला ओबीसी बाहुल्य द्वारा ही किया जाता है. हालांकि इस सीट पर राजपूत भी हैं, लेकिन हमेशा ओबीसी का ही दबदबा रहा है.
शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के अहम मुद्दे: शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में पानी, बिजली का समस्या है. इसके अलावा पक्की सड़कें न होने से लोग परेशान हैं. इस क्षेत्र में गांव की ओर जाने वाली बस सेवाओं की कमी भी प्रमुख समस्या है. इसके अलावा पक्के डंगे (Shahpur Assembly Constituency Issues) नहीं लगे हैं जिसके चलते वाहन चालकों को डर लगा रहता है. लोगों का मानना है कि भाजपा सरकार ने शाहपुर में बस अड्डे के निर्माण तो कर दिया, लेकिन लोगों के बैठने की उचित व्यवस्था नहीं की गई है. वहीं, शाहपुर व द्रमन के बाजारों में व्यपारियों द्वारा अतिक्रमण किया गया है, जिस कारण इन बाजारों में अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है.
मौजूदा विधायक सरवीण चौधरी द्वारा कहा गया है कि भाजपा सरकार ने शाहपुर विधानसभा सीट में काफी विकास किया है उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकाल के दौरान ही शाहपुर में ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर भी खोला गया है, जिसमें युवा ड्रोन की ट्रेनिंग लेकर अपनी आजीविका कमा सकते हैं सरवीण चौधरी ने बताया कि भाजपा के समय मे ही शाहपुर के साथ लगते गांव की सड़कों को पक्का किया गया है और गांववासियों को बेहतर सुविधाएं भी प्रदान की गई है सरवीण चौधरी ने बताया कि जो वादे भाजपा ने लोगो के साथ किये थे उन्हें पूरा किया गया है.
शाहपुर सीट पर टिकट के दावेदार: इस बार विधानसभा चुनावों में भाजपा की ओर से सरवीण चौधरी और कमल शर्मा प्रबल दावेदार हैं. हालांकि भाजपा ने सरवीण चौधरी को पहले भी टिकट दी है और सरवीण ने जीत भी दर्ज की है, लेकिन इस बार कमल शर्मा भी टिकट की दावेदारी पेश कर रहे हैं. ऐसे में अब यह देखना होगा कि भाजपा हाई कमान किसके पाले में टिकट डालती है. वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने इस विधानसभा सीट से केवल सिंह पठानिया को टिकट दिया था, लेकिन केवल सिंह पठानिया जीत दर्ज नहीं कर सके थे. उन्हें मात्र 16,333 मत ही प्राप्त हुए थे, लेकिन इस मर्तबा कांग्रेस स्टेट सेक्रेटरी जितेंद्र सिंह गुलेरिया ने भी टिकट की दावेदारी पेश की है. उनका मानना है कि कांग्रेस हाई कमान को एक बार चेहरा बदलकर देखना चाहिए. वहीं, इस बार विधानसभा के दंगल में आम आदमी पार्टी भी कूद पड़ी है. आम आदमी पार्टी के शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष देश राज चौधरी ने टिकट को लेकर दावेदारी पेश की है. हालांकि देश राज ने वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हर का मुंह देखना पड़ा था.
क्या कहती हैं शरवीण चौधरी: शाहपुर के विधायक सरवीण चौधरी (Shahpur BJP MLA Sarveen Choudhary) से बात की गई तो उन्होंने बताया कि भाजपा ने शाहपुर विधानसभा में विकास को बढ़ावा दिया है. वहीं, युवाओं के लिए रोजगार के द्वार भी खोले हैं. उन्होंने बताया कि आगामी विधानसभा चुनावों में लोग शाहपुर में हुए विकास को देखते हुए ही भाजपा के पक्ष में वोट डालेंगे और निश्चित तौर पर भाजपा ही इस सीट पर एक बार फिर से काबिज होगी.
क्या कहते हैं कमल शर्मा: इस बारे में जब भाजपा टिकट के दावेदार कमल शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने टिकट की दावेदारी को लेकर भाजपा की हाईकमान से बात की है. भाजपा हाईकमान का जो भी फैसला होगा वह उन्हें मंजूर है. उन्होंने बताया कि अगर भाजपा हाईकमान उन्हें टिकट नहीं देती है तो वे निश्चित रूप से पार्टी के साथ खड़े होकर पार्टी का साथ देंगे और आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा को जिताने की पूरी कोशिश करेंगे.
क्या कहते हैं केवल सिंह पठानिया: केवल सिंह पठानिया ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करने के लिए उन्होंने पिछले लंबे समय से जनसंपर्क अभियान चलाया हुआ है. उन्होंने बताया कि वह कांग्रेस के सिपाही हैं और हर कीमत पर कांग्रेस पार्टी के साथ खड़े हैं. उन्होंने बताया कि भाजपा ने पिछले 5 वर्षों में शाहपुर की जनता को केवल आश्वासन ही दिए हैं.
टिकट को लेकर जितेंद्र सिंह गुलेरिया की दलील: कांग्रेस की ओर से टिकट की दावेदारी पेश करने वाले कांग्रेस के स्टेट सेक्रेटरी जितेंद्र सिंह गुलेरिया ने कहा कि उन्होंने टिकट को लेकर कांग्रेस पार्टी हाईकमान से बात की है. अगर उन्हें टिकट मिलता है तो निश्चित तौर पर वे शाहपुर विधानसभा से जीत दर्ज करेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के शासनकाल में शाहपुर विधानसभा में सब्जी मंडी तक का निर्माण नहीं किया गया. वहीं, किसी भी तरह का कोई इंडस्ट्रियल एरिया तक नहीं बनाया गया मात्र एक आईटीआई जो शाहपुर में चल रही है. वहां भी इंजीनियरिंग कॉलेज नहीं बनाया गया, जितेंद्र गुलेरिया ने बताया कि अब समय आ गया है कि कांग्रेस पार्टी हाईकमान को यह सोचना होगा कि इस सीट पर जीत दर्ज करने के लिए किसी सही चेहरे को टिकट दिया जाए ताकि कांग्रेस को एक बार फिर से हार का मुंह न देखना पड़े.
आम आदमी पार्टी का कांग्रेस और बीजेपी पर आरोप: वहीं, आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party in shahpur) के टिकट के दावेदार देशराज ने कहा कि भाजपा व कांग्रेस दोनों ने ही विधानसभा शाहपुर में लोगों को केवल आश्वासन ही दिए हैं. उन्होंने बताया कि इन दोनों पार्टियों के होते हुए इस विधानसभा का विकास नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी इस मर्तबा विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करती है तो निश्चित तौर पर वे शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार पर काम करेंगे. उन्होंने बताया कि शाहपुर क्षेत्र के चंगर क्षेत्र में अस्पतालों में डॉक्टर तक मौजूद नहीं है, जिसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी सत्ता में काबिज होती है तो निश्चित तौर पर इन अस्पतालों की दशा को सुधारने का काम किया जाएगा.
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