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आपात स्थिति में कर्फ्यू पास बनाने से पहले होगी जांच पड़ताल: डीसी कांगड़ा - कांगड़ा न्यूज

डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि अन्य जिलों या बाहरी प्रदेशों से कर्फ्यू पास लेकर आने वाले लोगों के बारे में भी पूरी जांच पड़ताल करने के निर्देश दिए गए हैं. अगर कर्फ्यू पास बेवजह दिया होगा तो उन सभी नागरिकों को भी सीमांत क्षेत्रों में ही 28 दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया जाएगा. ऐसे ही जम्मू से आए चार लोगों को कांगड़ा जिला में क्वारंटाइन भी किया गया है.

investigation will be conducted for curfew pass
कांगड़ा में कोरोना मामले
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Published : Apr 14, 2020, 9:03 PM IST

Updated : Apr 14, 2020, 9:24 PM IST

धर्मशाला: डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि कांगड़ा जिला में बाहरी राज्यों और जिलों से लोगों की आवाजाही पर पूर्ण रूप से रोक लगी है. सभी उपमंडलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि कर्फ्यू पास भी पूरी जांच पड़ताल के बाद विशेष आपात स्थितियों में ही जारी किया जाए.

इसके लिए पीजीआई या अन्य अस्पतालों में उपचार के लिए जाने वाले लोगों को अपने बारे में पूरी जानकारी देनी होगी और उसके पश्चात प्रशासन जांच पड़ताल करवाएगा. इसी तरह से किसी की मृत्यु या अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए केवल परिवार के सदस्य को ही कर्फ्यू पास दिया जाएगा.

डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि अन्य जिलों या बाहरी प्रदेशों से कर्फ्यू पास लेकर आने वाले लोगों के बारे में भी पूरी जांच पड़ताल करने के निर्देश दिए गए हैं. अगर कर्फ्यू पास बेवजह दिया होगा तो उन सभी नागरिकों को भी सीमांत क्षेत्रों में ही 28 दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया जाएगा. ऐसे ही जम्मू से आए चार लोगों को कांगड़ा जिला में क्वारंटाइन भी किया गया है.

वीडियो रिपोर्ट

डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि नागरिकों से बार-बार एक ही आग्रह किया जा रहा है जो जहां है वो वहीं पर रहे. लोगों को अपने घरों में रहते हुए उचित सामाजिक दूरी के साथ परिवार और समाज को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने में सहयोग सुनिश्चित करना चाहिए. विदेशों और अन्य राज्यों व तबलीगी जमात से लौटे नागरिकों के बारे में ग्रामीण स्तर पर पंचायत प्रधान, पंचायत सचिवों को टोल फ्री नंबर 1077 पर या संबंधित एसडीएम के पास जानकारी देना अनिवार्य होगा.

इस बारे में जानकारी संबंधित पंचायत प्रधान और पंचायत सचिव द्वारा नहीं दी गई और जिला प्रशासन को किसी अन्य स्रोत से विदेश या अन्य राज्यों, तबलीगी जमात से लौटे व्यक्तियों के बारे में सूचना मिलने पर पंचायत प्रधानों तथा पंचायत सचिवों के खिलाफ सूचना न देने तथा जानकारी छिपाने पर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी. इसी तरह से शहरी क्षेत्रों में नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायतों के प्रशासनिक मुखिया और वार्ड मेंमबर्स को विदेशों तथा अन्य राज्यों व तबलीगी जमात से लौटे नागरिकों के बारे में जानकारी देनी होगी.

जानकारी नहीं देने पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी. डीसी ने तबलीगी जमात से लौटे व्यक्तियों को अपने बारे में सूचना देने की अपील की थी. इसकी समयावधि पूरी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि अगर अब तबलीगी जमात से लौटे जिस भी नागरिक की पहचान हो जाएगी, उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. कांगड़ा जिला में अब कोई कोरोना का पॉजिटिव मामला नहीं है. मंगलवार को जिला के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों से 18 सैंपल जांच के लिए टांडा भेजे गए हैं. आईसोलेशन सेंटर छेब में पांच लोग निगरानी में रखे गए हैं.

ये भी पढ़ें: ऊना में एक और कोरोना पॉजिटिव मामला आया सामने, तबलीगी जमात से जुड़े लोगों से मिला था युवक

धर्मशाला: डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि कांगड़ा जिला में बाहरी राज्यों और जिलों से लोगों की आवाजाही पर पूर्ण रूप से रोक लगी है. सभी उपमंडलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि कर्फ्यू पास भी पूरी जांच पड़ताल के बाद विशेष आपात स्थितियों में ही जारी किया जाए.

इसके लिए पीजीआई या अन्य अस्पतालों में उपचार के लिए जाने वाले लोगों को अपने बारे में पूरी जानकारी देनी होगी और उसके पश्चात प्रशासन जांच पड़ताल करवाएगा. इसी तरह से किसी की मृत्यु या अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए केवल परिवार के सदस्य को ही कर्फ्यू पास दिया जाएगा.

डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि अन्य जिलों या बाहरी प्रदेशों से कर्फ्यू पास लेकर आने वाले लोगों के बारे में भी पूरी जांच पड़ताल करने के निर्देश दिए गए हैं. अगर कर्फ्यू पास बेवजह दिया होगा तो उन सभी नागरिकों को भी सीमांत क्षेत्रों में ही 28 दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया जाएगा. ऐसे ही जम्मू से आए चार लोगों को कांगड़ा जिला में क्वारंटाइन भी किया गया है.

वीडियो रिपोर्ट

डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि नागरिकों से बार-बार एक ही आग्रह किया जा रहा है जो जहां है वो वहीं पर रहे. लोगों को अपने घरों में रहते हुए उचित सामाजिक दूरी के साथ परिवार और समाज को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने में सहयोग सुनिश्चित करना चाहिए. विदेशों और अन्य राज्यों व तबलीगी जमात से लौटे नागरिकों के बारे में ग्रामीण स्तर पर पंचायत प्रधान, पंचायत सचिवों को टोल फ्री नंबर 1077 पर या संबंधित एसडीएम के पास जानकारी देना अनिवार्य होगा.

इस बारे में जानकारी संबंधित पंचायत प्रधान और पंचायत सचिव द्वारा नहीं दी गई और जिला प्रशासन को किसी अन्य स्रोत से विदेश या अन्य राज्यों, तबलीगी जमात से लौटे व्यक्तियों के बारे में सूचना मिलने पर पंचायत प्रधानों तथा पंचायत सचिवों के खिलाफ सूचना न देने तथा जानकारी छिपाने पर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी. इसी तरह से शहरी क्षेत्रों में नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायतों के प्रशासनिक मुखिया और वार्ड मेंमबर्स को विदेशों तथा अन्य राज्यों व तबलीगी जमात से लौटे नागरिकों के बारे में जानकारी देनी होगी.

जानकारी नहीं देने पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी. डीसी ने तबलीगी जमात से लौटे व्यक्तियों को अपने बारे में सूचना देने की अपील की थी. इसकी समयावधि पूरी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि अगर अब तबलीगी जमात से लौटे जिस भी नागरिक की पहचान हो जाएगी, उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. कांगड़ा जिला में अब कोई कोरोना का पॉजिटिव मामला नहीं है. मंगलवार को जिला के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों से 18 सैंपल जांच के लिए टांडा भेजे गए हैं. आईसोलेशन सेंटर छेब में पांच लोग निगरानी में रखे गए हैं.

ये भी पढ़ें: ऊना में एक और कोरोना पॉजिटिव मामला आया सामने, तबलीगी जमात से जुड़े लोगों से मिला था युवक

Last Updated : Apr 14, 2020, 9:24 PM IST
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