धर्मशाला: जिला कांगड़ा में बाहरी राज्यों या दूसरे क्षेत्रों से आए हुए लोगों को 28 दिनों तक होम क्वारंटाइन अनिवार्य है. उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि ऐसे लोगों को निर्देश दिए गए हैं कि 28 दिनों तक अपने घरों में रहें और सामाजिक दूरी की पूरी अनुपालना सुनिश्चित करें. निर्देशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने का प्रावधान भी किया गया है.
डीसी राकेश प्रजापित ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति जिला के बाहर से भी आया है तो वह 28 दिन तक होम क्वारंटाइन में रहेगा. ऐसे व्यक्ति को घर के अंदर ही रखने और बाहर जाने से रोकने के लिए उसके साथ रह रहे परिवार के सदस्य भी कानूनी रूप से बाध्य होंगे. यदि ऐसा कोई व्यक्ति जो होम क्वारंटीन में है और वह घर के बाहर दिखाई देता है तो उसके घर में रह रहे अन्य व्यक्तियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जा सकती है.
डीसी ने कहा कि सभी लोगों को स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करनी चाहिए. उपायुक्त ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि घरों से बेवजह बाहर नहीं निकलें और लॉकडाउन का पूरी अनुपालना सुनिश्चित करें.
होम क्वारंटाइन नागरिकों की जा रही है निगरानी
डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि कांगड़ा जिला में बाहरी राज्यों या अन्य क्षेत्रों से आए नागरिकों की निगरानी की जा रही है. जिला प्रशासन के पास नागरिकों का पूरा डाटाबेस तैयार है जो कि संबंधित उपमंडलाधिकारियों एवं विकास खंड अधिकारियों को भी उपलब्ध करवाया जा रहा है.
डीसी ने कहा कि बाहरी राज्यों या क्षेत्रों से आए नागरिकों को 28 दिन के लिए घर में ही रहने के निर्देश दिए गए हैं. इसकी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए सभी विकास खंड अधिकारियों को पंचायत स्तर से नियमित तौर पर रिपोर्ट भेजने के लिए भी कहा गया है. पंचायत प्रधानों, सचिवों और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी नियमित तौर पर अपने अपने क्षेत्रों में बाहरी राज्यों से आए लोगों के होम क्वारंटाइन के बारे में जानकारी भी उपलब्ध करवाएंगे.
कोविड-19 के 55 सैंपल निगेटिव
डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि रविवार को जिला में 55 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है. डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सभी नागरिकों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है. जरूरी हो तभी घरों से बाहर निकलें और सामाजिक दूरी का पालन करें, घर में बुजुर्गों विशेषकर बीमारों का ध्यान रखें.
अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय के निर्देश मानें. संक्रमण रोकने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप डाउनलोड करें. इसके साथ ही कोरोना योद्धाओं, डॉक्टरों, पुलिसकर्मियों का सम्मान करें. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए अभी तक कोई दवाई नहीं बनी है और लोगों को स्वयं ही अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी.
औद्योगिक इकाइयों में कार्य सुचारू रूप से होगा कार्य
डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि मनरेगा के तहत सिंचाई एवं जल सरंक्षण के कार्य आरंभ करने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं. ग्रामीण स्तर पर मनरेगा के कार्यों के लिए कोविड-19 का प्रोटोकॉल की अनुपालना भी सुनिश्चित की जा रही है. इसके साथ ही औद्योगिक इकाइयों में भी गृह मंत्रालय की दिशा निर्देशों के अनुरूप कार्य किया जा रहा है.
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