चंबाः प्रदेश सरकार ने हिमाचल में 10 जुलाई तक स्कूलों में बच्चों के दखिले की प्रक्रिया शुरू करने के लिए कहा है. इसके बाद बच्चों के दखिलें की प्रक्रिया आगे बढ़गी है, लेकिन अब इस पूरे मामले पर राजनीति भी गरमाने लगी है.
वहीं, डलहौजी की विधायक आशा कुमारी ने सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि हमारे देश में कोविड-19 के मामले निरंतर बढ़ते जा रहे हैं. देश दुनिया के तीसरे स्थान पर पहुंच चुका हैं. जहां सबसे अधिक कोविड-19 के मामले सामने आए हैं, हालांकि टेस्टिंग नाम की कोई चीज नहीं है.
टेस्टिंग के नजरिए से हम पूरी दुनिया भर में 138 रैंक पर हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार मानने को तैयार नहीं है. स्कूल खोलने को लेकर स्कूलों में दाखिले करवाने की बात हो रही है. सरकार को चाहिए कि सबसे पहले हिमाचल प्रदेश विधानसभा का सत्र बुलाया जाए जो पिछले 3 महीने से नहीं बुलाया गया है.
आशा कुमारी ने कहा कि विशेष सत्र बुलाकर उसमें हिमाचल प्रदेश के 68 विधानसभाओं के विधायक शामिल होंगे अपनी बात रखेंगे और कैसे हिमाचल प्रदेश में कार्य करना है उस पर चर्चा हो सकती है.
आशा कुमारी ने कहा की सरकार बिना सोचे समझे और विधानसभा सत्र लगाए बिना अनजाने में ना जाने कितने फैसले कर रही है जो न्याय संगत नहीं है. स्कूलों में छोटे बच्चे पढ़ते हैं. इस दौर में जिस तरह से कोविड-19 के मामले निरंतर बढ़ते जा रहे हैं. बच्चे स्कूल आते हैं तो इससे स्थिति और खराब हो सकती है.
बता दें कि पिछले काफी समय से स्कूल बंद है और ऐसे में अब हिमाचल प्रदेश को पूरी तरह से खोलने की बात कही गई है. स्कूलों में सरकार ने 10 जुलाई तक बच्चों के दाखिले करने को कहा है. हालांकि स्कूल कब खुलेंगे पर सरकार पर ही अभी सरकार का कोई फैसला नहीं आया है.
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