चंबा: जिले की पांगी घाटी में हर वर्ष भारी बर्फबारी के बाद आवाजाही के लिए सरकार हवाई सेवा (snowfall in pangi valley) मुहैया कराती है. वहीं, इस साल भी भारी बर्फबारी के कारण बहुत से लोग घाटी से बाहर नहीं आ पा रहे हैं. सरकार ने अभी तक घाटी के लिए हवाई सेवा शुरू नहीं (air service in Pangi Valley) की है. जिसका हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने विरोध (congress targets BJP government) किया है.
सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस प्रदेश सचिव अमित भरमौरी ने आरोप लगाया कि सरकार घाटी के लोगों का दर्द नहीं समझती है और घाटी के लोगों को हवाई सेवा से दूर रखा गया है, जो अपने आप में सवाल खड़े करता है. अमित भरमौरी ने कहा कि सरकार पांगी घाटी में जल्द हवाई सेवा बहाल कराए, ताकि लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े.
अमित भरमौरी ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि घाटी के लोगों को कई बार चंबा जिला मुख्यालय आने के लिए पड़ोसी राज्य जम्मू-कश्मीर से होकर आना पड़ता है और टैक्सी चालक मनमाने दाम वसूलते हैं, जिसके चलते गरीब जनता पर बोझ पड़ रहा है. उन्होंने कहा है कि प्रति व्यक्ति से ₹2000 किराया वसूला जाता है जो लोगों पर बोझ बन रहा है.
उन्होंने कहा है कि सरकार टैक्सी के किराए फिक्स करने में नाकाम साबित हुई है. जिस कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. भरमौरी ने कहा है कि कांग्रेस के समय में ₹900 से लेकर ₹1000 तक प्रति व्यक्ति पांगी घाटी से चंबा आ सकता था, लेकिन अब दाम दोगुने हो गए हैं यानी अब एक सवारी से ₹2000 वसूले जा रहे हैं, जो सरेआम लूट है और इससे लोग परेशान हो रहे हैं.
बता दें कि पांगी घाटी में सबसे अधिक हिमपात होता है जिस कारण घाटी की तरफ जाने वाला मार्ग आवाजाही के लिए बंद हो जाता है. इसके कारण घाटी के लोगों को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाले मार्ग पर सफर करना बहुत मुश्किल हो जाता है. पांगी घाटी चंबा जिले का सबसे दूरदराज वाला इलाका है. बर्फबारी की वजह से घाटी का संपर्क 6 महीने तक जिला मुख्यालय से कटा रहता है.
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