घुमारवीं: घुमारवीं के विजयपाल मुख्यमंत्री आदर्श राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कन्या के अटल सदन में वीरवार को जिला स्तरीय युवा संसद प्रतियोगिता का आयोजन (Youth Parliament organized in Ghumarwin) किया गया. प्रतियोगिता के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजेंद्र गर्ग ने अपने संबोधन में कहा कि युवा संसद के आयोजन से देश के युवाओं को भारतीय संविधान तथा लोकतंत्र को समझने का अवसर प्राप्त हुआ है.
युवा संसद प्रतियोगिता के दौरान छात्रों द्वारा विभिन्न नियमों का प्रयोग करते हुए तथा अपनी प्रस्तुतियों में अनेक मुद्दों को छूते हुए सराहनीय और प्रेरणादाई संदेश दिये गये. उन्होंने इसके लिए छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि हमारे देश का लोकतंत्र बहुत ही महान है जिसमें सत्ता और विपक्ष का महत्वपूर्ण योगदान है. उन्होंने बच्चों द्वारा उठाए गए मुद्दों में से धारा 370 को हटाने का जिक्र करते हुए कहा कि यह धारा पूरे देश को दीमक की तरह खा रही थी तथा इसके कारण जम्मू कशमीर के साथ-साथ हमारी सेना को भी बहुत ही जानी नुकसान हो रहा था. जिसके कारण हमें कई जांबाज सैनिकों को खोना पड़ा.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से धारा 370 को हटाया गया वह काबिले गौर है. जिसके लिए प्रधानमंत्री और केंद्रीय नेतृत्व बधाई के पात्र हैं. उन्होंने कहा कि धारा 370 हटाने के साथ ही जम्मू-कश्मीर में समग्र विकास का अध्याय शुरू हुआ है. उन्होंने सभागार का नाम अटल सदन रखने पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत रत्न, महान प्रवक्ता, पत्रकार और देशभक्त, विख्यात नेता अटल बिहारी वाजपेई की स्मृतियों को भी याद किया. उन्होंने इस अवसर पर अटल सदन में फर्नीचर के लिए 2 लाख रूपये देने की घोषणा भी की.
इस जिला स्तरीय युवा संसद प्रतियोगिता में जिला के 5 शिक्षा खण्डों ने भाग लिया जिसमें शिक्षा खंड घुमारवीं 1 तथा 2 शिक्षा खंड झंडुत्ता बिलासपुर और नैना देवी के छात्रों ने भाग लिया. संसद प्रतियोगिता में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बरठीं प्रथम राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला आदर्श कन्या विद्यालय घुमारवीं द्वितीय तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भराड़ी तृतीय स्थान पर रहे. प्रतियोगिता में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टोबा की शिवानी को सर्वश्रेष्ठ वक्ता तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बिलासपुर की आराध्या ज्योति को सर्वश्रेष्ठ सांसद चुना गया.
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