बिलासपुर: जिला बिलासपुर की कांग्रेस कमेटी में अंतर्कलह शुरू हो गई है. कांग्रेस जिलाध्यक्ष के निर्णयों से खफा बिलासपुर जिले के नेता अब सरेआम सामने आ गए हैं. इन सभी का असर मंगलवार को आयोजित धरने प्रदर्शन में भी देखने को मिला. सैंकड़ों कार्यकर्ताओं का एकत्रित करके आयोजित होने वाला धरना प्रदर्शन मात्र दो दर्जन से भी अधिक कार्यकर्ताओं में आकर सिमट गया.
नगर के शहीद स्मारक के पास आयोजित इस कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष अंजना धीमान समयानुसार पहुंच गई थी, लेकिन कोई भी जिले का पूर्व नेता व पूर्व विधायक तक इस कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए. जिले के पूर्व नेता रामलाल ठाकुर से लेकर सदर पूर्व विधायक बंबर ठाकुर सहित घुमारवीं से पूर्व सीपीएस राजेश धर्माणी तक ने दूरियां बनाई रखी. हालांकि अंतः तक जिलाध्यक्ष सभी नेताओं को फोन करती रहीं, लेकिन अंर्तकलह के चलते कोई भी इस प्रदर्शन पर नहीं पहुंच पाया. ऐसे में साफ जाहिर हो रहा है कांग्रेस में बड़ा घमासान युद्व शुरू होने जा रहा है.
बताते चलें कि बीते सोमवार को बिलासपुर में पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने पत्रकारवार्ता कर कांग्रेस जिलाध्यक्ष पर कई आरोप लगाए हैं. रामलाल ठाकुर ने कहा कि जिलाध्यक्ष किसी भी कार्य व नवनियुक्त कार्यकारिणी को लेकर किसी भी जिला के नेता से कोई विचार-विमर्श नहीं कर रही है, जिसका उनको काफी मलाल भी है. साथ ही साथ जिलाध्यक्ष ने उन कार्यकर्ताओं को मिलाकर कार्यकारिणी गठित कर दी, जिन्होंने पूर्व सांसद कांग्रेस में आए सुरेश चंदेल के पुतले जलाए थे.
ऐसे में जिलाध्यक्ष से खफा नेता ने कहा कि वह इसकी सहित प्रदेश कांग्रेस कमेटी की शिकायत डायरेक्ट पत्र के माध्यम से सोनिया गांधी को करने जा रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर सदर पूर्व विधायक बंबर ठाकुर की बात करें तो वह लंबे समय से जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में कम उपस्थिति दर्ज करवाते हैं. वहीं, दूसरी ओर घुमारवीं से पूर्व सीपीएस राजेश धर्माणी ने भी कार्यक्रमों से काफी दूरियां बनानी शुरू कर दी हैं. ऐसे में साफ जाहिर हो रहा है कि आने वाले कुछ समय में ही जिला कांग्रेस कमेटी का आपस में ही बड़ा आंदोलन शुरू होने जा रहा है.
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