बिलासपुर: अरुणाचल में बर्फीले तूफान की चपेट में आने से सेना के सात जवान लापता हो गए हैं. इनमें हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के घुमारवीं उपमंडल के सेऊ गांव का एक जवान भी शामिल है. वहीं, मंगलवार को जवान अंकेश भारद्वाज (Himachal soldier missing in avalanche) के परिजनों से मिलने के लिए खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग सेऊ गांव पहुंचे थे. उन्होंने आश्वासन दिया है कि अंकेश के साथ-साथ सभी लापता जवानों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा. सर्च ऑपरेशन में टीमें लगी हुई हैं.
खाद्य आपूर्ति मंत्री ने बताया कि सेना के अधिकारियों के साथ उनकी बातचीत हो रही है. जो भी सूचना उन्हें सेना के अधिकारियों से मिल रही है, वह परिजनों से साझा की जा रही है ताकि उनके मन मे कोई डर न हो. बता दें कि 6 फरवरी को अंकेश भारद्वाज समेत सात जवानों की एक टीम अरुणाचल की दुर्गम पहाड़ियों पर पेट्रोलिंग कर रही थी. तभी अचानक मौसम खराब हो गया और बर्फीला तूफान आ गया. इन जवानों की तलाश में सर्च टीमें लगी हुई हैं, लेकिन 24 घंटे से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी पांच जवानों का अभी तक कोई पता नहीं लग सका है.
जवान अंकेश भारद्वाज के पिता पांचा राम भी बीएसएफ से रिटायर्ड हुए हैं. उन्हें अरुणाचल प्रदेश में सेना के हेडक्वार्टर से यह जानकारी मिली की बर्फीले तूफान की चपेट में आने से गश्ती दल में शामिल आपका बेटा लापता हो गया है. यह खबर मिलते ही पूरे परिवार में मातम छा गया है. हर तरफ अंकेश की सलामती की दुआएं हो रही हैं. अंकेश का जन्म 6 सितंबर 2000 को हुआ है. साल 2019 में 21 वर्ष की उम्र में जैक-19 रायफल में भर्ती हुआ था.
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