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बर्ड फ्लू को लेकर बिलासपुर पशुपालन विभाग सतर्क, रैपिड रिस्पांस टीम का किया गठन - बिलासपुर पशुपालन विभाग ने वन विभाग को लिखा खत

प्रदेश में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद बिलासपुर पशुपालन विभाग भी सतर्क हो गया है. विभाग ने वन विभाग बिलासपुर को बतौर एक पत्र भी लिखा है. पत्र में विभाग ने बिलासपुर जिला विदेशों से आने वाले पक्षियों के स्थानों की जानकारी मांगी है. साथ ही पत्र में यह भी लिखा गया है कि उक्त जगहों पर वन विभाग सहित पशुपालन विभाग एक संयुक्त विजिट करेगा, ताकि मौके स्थल पर जाकर यह जानकारी जुटाई जा सके कि बर्ड फलू का असर बिलासपुर में है भी या नहीं.

पशुपालन विभाग
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Published : Jan 5, 2021, 12:16 PM IST

बिलासपुर: हिमाचल में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद बिलासपुर में भी पशुपालन विभाग सतर्क हो गया है. ऐसे में विभाग ने तुरंत प्रभाव से रैपिड रिस्पांस टीम का भी गठन कर दिया है. जल्द ही यह टीम बिलासपुर से बर्ड फलू को लेकर सैंपल भी एकत्रित करेगी. पशुपालन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार विभाग ने वन विभाग बिलासपुर को बतौर एक पत्र भी लिखा है.

रैपिड रिस्पांस टीम का गठन

पत्र में विभाग ने बिलासपुर जिला विदेशों से आने वाले पक्षियों के स्थानों की जानकारी मांगी है. साथ ही पत्र में यह भी लिखा गया है कि उक्त जगहों पर वन विभाग सहित पशुपालन विभाग एक संयुक्त विजिट करेगा, ताकि मौके स्थल पर जाकर यह जानकारी जुटाई जा सके कि बर्ड फलू का असर बिलासपुर में है भी या नहीं. हालांकि शुरुआती दौर पर विभाग ने अपने तमाम सारी तैयारियां कर ली है. जिसके चलते विभाग ने रैपिड रिस्पांस टीम का गठन करके अलर्ट जारी कर दिया है.

किसी पक्षी के मरने की पुष्टि नहीं

गौरतलब है कि जिला की गोविंद सागर झील में हर साल सर्दियों में प्रवासी पक्षी आते हैं. कोल डैम के आसपास भी इन पक्षियों को देखा जाता है. प्रशासन का कहना है कि अभी तक जिला में इस तरह से किसी पक्षी के मरने की पुष्टि नहीं हुई है, न ही इससे संबंधित कोई मामला सामने आया है.

चंद्रताल, पौंग और रेणुका को रामसर साइट घोषित

बताते चलें कि अधिकतर प्रवासी पक्षी चीन, रूस और साइबिरिया जैसे देशों से आते हैं. चंद्रताल, पौंग और रेणुका को रामसर साइट घोषित किया गया है. रामसर साइट वह क्षेत्र होता है जहां पर प्रवासी पक्षियों और दूसरे फिसरीज से जुड़े जीवों के संवर्धन के लिए विशेष रूप से यूनेस्को की ताकीद के अनुसार कार्य किया जाता है. हालांकि गोविंद सागर झील रामसर साइट में नहीं आती है, लेकिन उसके बावजूद सालों से यहां प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं.

बिलासपुर: हिमाचल में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद बिलासपुर में भी पशुपालन विभाग सतर्क हो गया है. ऐसे में विभाग ने तुरंत प्रभाव से रैपिड रिस्पांस टीम का भी गठन कर दिया है. जल्द ही यह टीम बिलासपुर से बर्ड फलू को लेकर सैंपल भी एकत्रित करेगी. पशुपालन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार विभाग ने वन विभाग बिलासपुर को बतौर एक पत्र भी लिखा है.

रैपिड रिस्पांस टीम का गठन

पत्र में विभाग ने बिलासपुर जिला विदेशों से आने वाले पक्षियों के स्थानों की जानकारी मांगी है. साथ ही पत्र में यह भी लिखा गया है कि उक्त जगहों पर वन विभाग सहित पशुपालन विभाग एक संयुक्त विजिट करेगा, ताकि मौके स्थल पर जाकर यह जानकारी जुटाई जा सके कि बर्ड फलू का असर बिलासपुर में है भी या नहीं. हालांकि शुरुआती दौर पर विभाग ने अपने तमाम सारी तैयारियां कर ली है. जिसके चलते विभाग ने रैपिड रिस्पांस टीम का गठन करके अलर्ट जारी कर दिया है.

किसी पक्षी के मरने की पुष्टि नहीं

गौरतलब है कि जिला की गोविंद सागर झील में हर साल सर्दियों में प्रवासी पक्षी आते हैं. कोल डैम के आसपास भी इन पक्षियों को देखा जाता है. प्रशासन का कहना है कि अभी तक जिला में इस तरह से किसी पक्षी के मरने की पुष्टि नहीं हुई है, न ही इससे संबंधित कोई मामला सामने आया है.

चंद्रताल, पौंग और रेणुका को रामसर साइट घोषित

बताते चलें कि अधिकतर प्रवासी पक्षी चीन, रूस और साइबिरिया जैसे देशों से आते हैं. चंद्रताल, पौंग और रेणुका को रामसर साइट घोषित किया गया है. रामसर साइट वह क्षेत्र होता है जहां पर प्रवासी पक्षियों और दूसरे फिसरीज से जुड़े जीवों के संवर्धन के लिए विशेष रूप से यूनेस्को की ताकीद के अनुसार कार्य किया जाता है. हालांकि गोविंद सागर झील रामसर साइट में नहीं आती है, लेकिन उसके बावजूद सालों से यहां प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं.

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