यमुनानगर: देश और प्रदेश में कोरोना वायरस ने कहर बरपाया हुआ है. जिसके चलते पूरे देश में 3 मई तक के लिए लॉक डाउन किया गया है. प्रदेश में लॉक डाउन के दौरान शेल्टर होम में रहने वाले प्रवासी मजदूरों को अपने परिवार की चिंता सताने लगी है. प्रवासी मजदूर दिन रात भगवान से लॉक डाउन खुलने की प्रार्थना कर रहे हैं. ताकि वो इस आपदा के दौर में अपने परिवार के पास जा सकें.
वहीं यमुनानगर की जम्मू कॉलोनी में बने शेल्टर होम में प्रवासी मजदूरों को घर की याद सताने लगी है. जिसके चलते सभी प्रवासी मजदूरों ने भूख हड़ताल करने का फैसला किया. वहीं इसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी उन्हें मनाने के पहुंचे. लेकिन वो नहीं माने, जिसके बाद राधा स्वामी सत्संग के सेवादारों ने उन्हें समझाया और उन्हें खाना खिलाया गया.
प्रवासी मजदूरों ने बताया कि हमें यहाँ हर प्रकार की सुविधा मिल रही है. लेकिन घर की याद आ रही है. घर पर परिवार के सदस्य कैसे होंगे उन्हें खाना मिल भी रहा होगा या नहीं, इन सभी बातों की चिंता उन्हें खाई जाती है.
वहीं इस मामले लेकर यमुनानगर के डीसी मुकुल कुमार ने बताया कि उनके संज्ञान में मामला आया है. प्रवासी मजदूर भाइयों को समझाया गया है कि वो केंद्र सरकार की हिदायतों के अनुसार 3 मई तक शेल्टर होम में ही रूकें.
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डीसी ने बताया कि कोरोना के कहर को देखते हुए सरकार की ओर से सख्त कदम उठाए गए हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में सभी को सरकार और प्रशासन का सहयोग करना चाहिए. ताकि कोरोना को हराया जा सके.