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गोहाना में सब्जी बेचने वालों का धंधा चौपट, अनाज मंडी में करनी पड़ रही मजदूरी - laborers problem in gohana

प्रदेशभर में लॉकडाउन के चलते मजदूरों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है. गोहाना में एक सब्जी विक्रेता लॉकडाउन के चलते अनाज मंडी में मजदूरी करने को मजबूर है.

Poor laborers are in trouble in Gohana
गोहाना में गरीब मजदूर पर गहराया रोजी रोटी का संकट
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Published : May 16, 2020, 6:28 PM IST

सोनीपत: प्रदेश में लॉकडाउन के चलते गरीब मजदूरों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रोज कमाने खाने वाले लोगों के सामने राजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. गरीब मजदूर अपने परिवार को दो वक्त की रोटी तक नहीं दे पा रहा है. वहीं गोहाना से भी ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली है.

बताया जा रहा है कि गोहाना में लॉकडाउन से पहले एक शख्स सब्जी मंडी से सब्जी खरीद कर गोहाना की कॉलोनियों में बेचने का काम करता था. जिससे उसके परिवार का अच्छे से गुजारा चल रहा था. लेकिन लॉकडाउन होने के चलते सभी रेहड़ी चालकों के सब्जी बेचने से रोक लगा दी गई. जिसके चलते उसका रोजी रोटी का साधन बंद हो गया.

गोहाना में सब्जी बेचने वालों का धंधा चौपट, अनाज मंडी में करनी पड़ रही मजदूरी

रोजी रोटी का साधन बंद होने की बात से बेबस शख्स अपने परिवार का पेट भरने के लिए अनाज मंडी में 5 रुपये प्रति बैग के हिसाब से मजदूरी कर रहा है. ताकि उसके परिवार को कोई परेशानी ना हो. मजदूर मोनू ने बताया कि वो शिव कॉलोनी का रहने वाला है और पहले सब्जी मंडी में रेहड़ी लगाकर सब्जी बेचने का काम करता था. लेकिन अब उसका धंधा चौपट हो चुका है.

ये भी पढ़िए: 'हरियाणा के किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगा आत्मनिर्भर भारत पैकेज'

कोविड-19 के कारण लॉकडाउन लगने के बाद रेहड़ी पर सब्जी बेचने का काम प्रशासन द्वारा बंद करवा दिया गया. क्योंकि उनके पास गाड़ी नहीं थी तो वो रेहड़ी पर ही सब्जी बेचता था. उसने बताया कि काम बंद होने के बाद अब वो अनाज मंडी में 5 रुपये बैग के हिसाब से मजदूरी कर रहा है. उसने बताया कि एक दिन में करीब 150 रुपये मिल जाते हैं. वहीं सब्जी में 400 से 500 रुपये की कमाई हो जाती थी. वहीं अब बस 150 रुपये में ही गुजारा करना पड़ रहा है क्योंकि बच्चों का पेट पालने की मजबूरी है.

सोनीपत: प्रदेश में लॉकडाउन के चलते गरीब मजदूरों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रोज कमाने खाने वाले लोगों के सामने राजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. गरीब मजदूर अपने परिवार को दो वक्त की रोटी तक नहीं दे पा रहा है. वहीं गोहाना से भी ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली है.

बताया जा रहा है कि गोहाना में लॉकडाउन से पहले एक शख्स सब्जी मंडी से सब्जी खरीद कर गोहाना की कॉलोनियों में बेचने का काम करता था. जिससे उसके परिवार का अच्छे से गुजारा चल रहा था. लेकिन लॉकडाउन होने के चलते सभी रेहड़ी चालकों के सब्जी बेचने से रोक लगा दी गई. जिसके चलते उसका रोजी रोटी का साधन बंद हो गया.

गोहाना में सब्जी बेचने वालों का धंधा चौपट, अनाज मंडी में करनी पड़ रही मजदूरी

रोजी रोटी का साधन बंद होने की बात से बेबस शख्स अपने परिवार का पेट भरने के लिए अनाज मंडी में 5 रुपये प्रति बैग के हिसाब से मजदूरी कर रहा है. ताकि उसके परिवार को कोई परेशानी ना हो. मजदूर मोनू ने बताया कि वो शिव कॉलोनी का रहने वाला है और पहले सब्जी मंडी में रेहड़ी लगाकर सब्जी बेचने का काम करता था. लेकिन अब उसका धंधा चौपट हो चुका है.

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कोविड-19 के कारण लॉकडाउन लगने के बाद रेहड़ी पर सब्जी बेचने का काम प्रशासन द्वारा बंद करवा दिया गया. क्योंकि उनके पास गाड़ी नहीं थी तो वो रेहड़ी पर ही सब्जी बेचता था. उसने बताया कि काम बंद होने के बाद अब वो अनाज मंडी में 5 रुपये बैग के हिसाब से मजदूरी कर रहा है. उसने बताया कि एक दिन में करीब 150 रुपये मिल जाते हैं. वहीं सब्जी में 400 से 500 रुपये की कमाई हो जाती थी. वहीं अब बस 150 रुपये में ही गुजारा करना पड़ रहा है क्योंकि बच्चों का पेट पालने की मजबूरी है.

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