सोनीपत: कोविड-19 के नियमों को लेकर वरिष्ठ आईएएस और नोडल अधिकारी मकरंद पांडुरंग ने लघु सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों को अपने कार्यालयों में कोरोना वायरस से बचाव के लिए जरूरी प्रबंधों को पूरा करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि आवश्यक प्रबंधों के अभाव में अगर किसी कार्यालय में कोई कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलेगा तो उस मामले में संबंधित विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी होगी.
सोनीपत के नोडल अधिकारी पांडुरंग ने वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए उठाये कदमों की गंभीरता से समीक्षा की. उन्होंने विशेष रूप से हेल्पलाइन नंबर-1950 की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ये हेल्पलाइन विभिन्न प्रकार की सेवाएं उपलब्ध करवाती है. इसे और अधिक कारगर बनाते हुए बेहतरीन तरीके से संचालित किया जाए.
पांडुरंग ने टेलिमेडिसिन सुविधा की भी समीक्षा की, ताकि लोगों को दवाइयों के लिए अपने घर से निकलने की जरूरत ना पड़े. उन्होंने कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग सैल को बेहतरीन तरीके से चलाने के लिए भी जरूरी निर्देश दिए. प्रवासी मजदूरों की भी वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट लेते हुए उन्होंने अन्य जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने सभी उपमंडलों के एसडीएम तथा सभी खंडों के बीडीपीओ को निर्देश दिए कि वे अपने तहत आने वाले हर गांव का स्वयं दौरा करें.
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उन्होंने कहा कि हर गांव की सूची तैयार करें कि किस गांव से कितने लोग नियमित रूप से दिल्ली आते-जाते हैं. दिल्ली आने-जाने वाले लोगों की पहचान की जाए. इन सभी लोगों के सैंपल लेकर कोविड जांच करवाई जाए. पांडुरंग ने आरोग्यसेतु ऐप की समीक्षा भी की. उन्होंने सभी अधिकारियों से आह्वान किया कि वो आपदा की इस स्थिति को बेहद गंभीरता से लें.