रोहतक: कोरोना वायरस की जांच के लिए निजी लैब को सैंपल भेजने की जरूरत नहीं है. ये कहना है सैंपल की जांच कर रहे डॉक्टरों का. डॉक्टर के अनुसार पीजीआई में हर रोज सैकड़ों कोरोना वायरस के सैंपल आ रहे हैं, लेकिन जांच में लगा स्टॉफ 24 घंटे काम करके बखूबी अपनी ड्यूटी निभा रहा है.
डॉक्टर के अनुसार फिलहाल पीजीआई में उम्मीद से कम सैंपल ही आ रहे हैं और उसमें भी ज्यादातर मेवात, पलवल और फरीदाबाद से सैंपल जांच के लिए आ रहे हैं. पीजीआई के डॉक्टरों ने लॉकडाउन को भी सही ठहराते हुए कहा है कि लॉकडाउन की वजह से ही कम केस सामने आ रहे हैं.
पीजीआई में हर रोज 13 जिलों से 100 से 150 के बीच में कोरोना वायरस संदिग्ध मरीजों के टेस्ट हो रहे हैं. जिसके चलते अभी तक लगभग 2000 लोगों के टेस्ट हो चुके हैं. माइक्रो बायोलॉजी के एचओडी डॉक्टर परमजीत सिंह गिल के अनुसार ज्यादातर केस पलवल, फरीदाबाद, मेवात आदि जगहों से आ रहे हैं. जिसके चलते एहतियात के तौर पर सभी सैंपल की जांच बखूबी की जा रही है.
उन्होंने कहा कि माइक्रोबायोलॉजी का पूरा स्टाफ 24 घंटे काम पर लगा हुआ है. डॉक्टर परमजीत गिल ने कहा कि फिलहाल उम्मीद के अनुसार कम ही लोगों की जांच के लिए सैंपल पीजीआई में आ रहे हैं. इसके लिए सभी तैयारियां की गई हैं.
उन्होंने कहा कि इस वक्त 100 से 150 बीच में सैंपल की जांच की जा रही है और कोरोना वायरस टेस्ट करने में लैब पर कोई दबाव या बोझ नहीं है और उनका स्टाफ बखूबी इस काम को निभा रहा है. फिलहाल, निजी लैब में टेस्ट की आवश्यकता नहीं है.