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नूंह: जमीन के टुकड़े को लेकर दो पक्षों में झगड़ा, 20 साल बाद भी नहीं सुलझा मामला

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Published : May 17, 2019, 5:24 PM IST

20 साल अधिकारियों से लेकर अदालतों के चक्कर काटने के बाद अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि जमीन का असली मालिक कौन है.

नूंह: जमीन के टुकड़े को लेकर दो पक्षों में झगड़ा

नूंह: जिले के चांदनकी गांव में जमीन के टुकड़े के लिए दो पक्षों में करीब दो दशक से विवाद चल रहा है. जमीन को लेकर बीती रात दबंग सरपंच परिवार और अब्दुल कलाम के परिवार के बीच जमकर कहासुनी हो गई. पुन्हाना पुलिस के जवानों ने जाकर झगड़ा शांत करा दिया, वर्ना कोई बड़ी घटना भी घट सकती थी.

नूंह: जमीन के टुकड़े को लेकर दो पक्षों में झगड़ा

बता दें कि विवादित जमीन का मामला जिला प्रशासन से लेकर अदालतों में विचारधीन है. कई बार फैसले भी आए, लेकिन विवाद खत्म नहीं हुआ.

अब्दुल कलाम का परिवार कई पीढ़ियों से इस जमीन की जुताई-बिजाई करता आ रहा है, लेकिन गांव की महिला सरपंच के जेठ साबिर इस जमीन को पंचायत की बताते हैं. खास बात तो ये है कि 20 साल अधिकारियों से लेकर अदालतों के चक्कर काटने के बाद अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि जमीन का असली मालिक कौन है.

नूंह: जिले के चांदनकी गांव में जमीन के टुकड़े के लिए दो पक्षों में करीब दो दशक से विवाद चल रहा है. जमीन को लेकर बीती रात दबंग सरपंच परिवार और अब्दुल कलाम के परिवार के बीच जमकर कहासुनी हो गई. पुन्हाना पुलिस के जवानों ने जाकर झगड़ा शांत करा दिया, वर्ना कोई बड़ी घटना भी घट सकती थी.

नूंह: जमीन के टुकड़े को लेकर दो पक्षों में झगड़ा

बता दें कि विवादित जमीन का मामला जिला प्रशासन से लेकर अदालतों में विचारधीन है. कई बार फैसले भी आए, लेकिन विवाद खत्म नहीं हुआ.

अब्दुल कलाम का परिवार कई पीढ़ियों से इस जमीन की जुताई-बिजाई करता आ रहा है, लेकिन गांव की महिला सरपंच के जेठ साबिर इस जमीन को पंचायत की बताते हैं. खास बात तो ये है कि 20 साल अधिकारियों से लेकर अदालतों के चक्कर काटने के बाद अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि जमीन का असली मालिक कौन है.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात

स्टोरी ;- चांदनकी गांव में जमीन के टुकड़े को लेकर दो पक्षों में झगड़ा

नूंह जिले के पुन्हाना खंड के चांदनकी गांव में जमीन के टुकड़े के लिए दो पक्षों में करीब दो दशक से विवाद चल रहा है। मामला जिला प्रशासन से लेकर अदालतों में विचारधीन है। कई बार फैसले भी हक में आये , लेकिन विवाद खत्म नहीं हुआ। दरअसल जमीन भोंडेदारी की है। अब्दुल कलाम का परिवार कई पीढ़ियों से इस जमीन की जुताई - बिजाई इत्यादि करता आ रहा है , लेकिन गांव की महिला सरपंच के जेठ साबिर इस जमीन को पंचायत की बताते हैं। जब अब्दुल कलाम का परिवार जमीन में कोईं मकान इत्यादि बनवाने के लिए मेटिरियल डलवाता है , तो न केवल सामान को उठा लिया जाता है , बल्कि उनके साथ मारपीट की जाती है। चांदनकी गांव में बीती रात दबंग सरपंच परिवार ने निर्माण कार्य रुकवा दिया , साथ ही जमकर कहासुनी हो गई। पुन्हाना पुलिस के जवानों ने जाकर झगड़ा शांत करा दिया , वर्ना कोई बड़ी घटना भी घट सकती थी। खास बात तो यह है कि 20 साल अधिकारियों से लेकर अदालतों के चक्कर काटने के बाद अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि जमीन असली मालिक कौन है। अगर मालिक पंचायत है तो अब्दुल कलाम के परिवार पर कार्रवाई अभी तक क्यों नहीं की गई , अगर अब्दुल कलाम मालिक है तो फिर सरपंच परिवार को दबंगई दिखाने तथा गरीब परिवार को बार - बार धमकाने के आरोप में कार्रवाई क्यों नहीं हुई। कुल मिलाकर अगर पुलिस - प्रशासन ने समय रहते चांदनकी गांव के जमीन के टुकड़े को लेकर 20 वर्षों से चले आ रहे विवाद में दूध - का दूध पानी का पानी नहीं किया तो किसी दिन जमीन के टुकड़े को लेकर खून खराबा होने से इंकार नहीं किया जा सकता।
बाइट;- अब्दुल कलाम पीड़ित पक्ष
बाइट;- वहीदन पीड़ित महिला
बाइट;- उमर मोहमद पीड़ित पक्ष
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Body:संवाददाता नूंह मेवात

स्टोरी ;- चांदनकी गांव में जमीन के टुकड़े को लेकर दो पक्षों में झगड़ा

नूंह जिले के पुन्हाना खंड के चांदनकी गांव में जमीन के टुकड़े के लिए दो पक्षों में करीब दो दशक से विवाद चल रहा है। मामला जिला प्रशासन से लेकर अदालतों में विचारधीन है। कई बार फैसले भी हक में आये , लेकिन विवाद खत्म नहीं हुआ। दरअसल जमीन भोंडेदारी की है। अब्दुल कलाम का परिवार कई पीढ़ियों से इस जमीन की जुताई - बिजाई इत्यादि करता आ रहा है , लेकिन गांव की महिला सरपंच के जेठ साबिर इस जमीन को पंचायत की बताते हैं। जब अब्दुल कलाम का परिवार जमीन में कोईं मकान इत्यादि बनवाने के लिए मेटिरियल डलवाता है , तो न केवल सामान को उठा लिया जाता है , बल्कि उनके साथ मारपीट की जाती है। चांदनकी गांव में बीती रात दबंग सरपंच परिवार ने निर्माण कार्य रुकवा दिया , साथ ही जमकर कहासुनी हो गई। पुन्हाना पुलिस के जवानों ने जाकर झगड़ा शांत करा दिया , वर्ना कोई बड़ी घटना भी घट सकती थी। खास बात तो यह है कि 20 साल अधिकारियों से लेकर अदालतों के चक्कर काटने के बाद अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि जमीन असली मालिक कौन है। अगर मालिक पंचायत है तो अब्दुल कलाम के परिवार पर कार्रवाई अभी तक क्यों नहीं की गई , अगर अब्दुल कलाम मालिक है तो फिर सरपंच परिवार को दबंगई दिखाने तथा गरीब परिवार को बार - बार धमकाने के आरोप में कार्रवाई क्यों नहीं हुई। कुल मिलाकर अगर पुलिस - प्रशासन ने समय रहते चांदनकी गांव के जमीन के टुकड़े को लेकर 20 वर्षों से चले आ रहे विवाद में दूध - का दूध पानी का पानी नहीं किया तो किसी दिन जमीन के टुकड़े को लेकर खून खराबा होने से इंकार नहीं किया जा सकता।
बाइट;- अब्दुल कलाम पीड़ित पक्ष
बाइट;- वहीदन पीड़ित महिला
बाइट;- उमर मोहमद पीड़ित पक्ष
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात

स्टोरी ;- चांदनकी गांव में जमीन के टुकड़े को लेकर दो पक्षों में झगड़ा

नूंह जिले के पुन्हाना खंड के चांदनकी गांव में जमीन के टुकड़े के लिए दो पक्षों में करीब दो दशक से विवाद चल रहा है। मामला जिला प्रशासन से लेकर अदालतों में विचारधीन है। कई बार फैसले भी हक में आये , लेकिन विवाद खत्म नहीं हुआ। दरअसल जमीन भोंडेदारी की है। अब्दुल कलाम का परिवार कई पीढ़ियों से इस जमीन की जुताई - बिजाई इत्यादि करता आ रहा है , लेकिन गांव की महिला सरपंच के जेठ साबिर इस जमीन को पंचायत की बताते हैं। जब अब्दुल कलाम का परिवार जमीन में कोईं मकान इत्यादि बनवाने के लिए मेटिरियल डलवाता है , तो न केवल सामान को उठा लिया जाता है , बल्कि उनके साथ मारपीट की जाती है। चांदनकी गांव में बीती रात दबंग सरपंच परिवार ने निर्माण कार्य रुकवा दिया , साथ ही जमकर कहासुनी हो गई। पुन्हाना पुलिस के जवानों ने जाकर झगड़ा शांत करा दिया , वर्ना कोई बड़ी घटना भी घट सकती थी। खास बात तो यह है कि 20 साल अधिकारियों से लेकर अदालतों के चक्कर काटने के बाद अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि जमीन असली मालिक कौन है। अगर मालिक पंचायत है तो अब्दुल कलाम के परिवार पर कार्रवाई अभी तक क्यों नहीं की गई , अगर अब्दुल कलाम मालिक है तो फिर सरपंच परिवार को दबंगई दिखाने तथा गरीब परिवार को बार - बार धमकाने के आरोप में कार्रवाई क्यों नहीं हुई। कुल मिलाकर अगर पुलिस - प्रशासन ने समय रहते चांदनकी गांव के जमीन के टुकड़े को लेकर 20 वर्षों से चले आ रहे विवाद में दूध - का दूध पानी का पानी नहीं किया तो किसी दिन जमीन के टुकड़े को लेकर खून खराबा होने से इंकार नहीं किया जा सकता।
बाइट;- अब्दुल कलाम पीड़ित पक्ष
बाइट;- वहीदन पीड़ित महिला
बाइट;- उमर मोहमद पीड़ित पक्ष
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
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