नूंह: मेरी फसल मेरा ब्यौरा स्कीम के तहत तीन जालसाजों ने सुजाउद्दीन नाम के किसान की जमीन का रजिस्ट्रेशन फर्जी तरीके से अपने नाम करवा लिया. किसान को जब इस बारे में पता चला तो उसने इसकी शिकायत नूंह पुलिस को दी. फिरोजपुर झिरका पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. आरोपियों की पहचान नासिर, इनाम और इरफान के रूप में हुई है.
नूंह में किसान से धोखाधड़ी: पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर उन पर कार्रवाई की जाएगी. पीड़ित किसान सुजाउद्दीन ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि रनियाला गांव नूंह में उनकी पुश्तैनी जमीन है. कुछ जालसाजों ने उसकी जमीन को अपना बताकर मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर फर्जी तरीके से पंजीकरण करा लिया. इस बात का किसान को पता तब चला, जब वो अपनी फसल का पंजीकरण कराने कॉमन सर्विस सेंटर पहुंचे.
फर्जी तरीके से अपने नाम करवाया जमीन का रजिस्ट्रेशन: किसान सुजाउद्दीन ने बताया कि उनके पिता रिसाल के नाम उनके गांव में काफी जमीन है. जालसाजों ने सीएससी संचालकों के साथ मिलीभगत कर फर्जी तरीके से उनकी जमीन का पंजीकरण अपने नाम करवा लिया. किसान ने बताया कि जब उन्हें इस बात का पता चला, तो फोन पर जालसाजों से बात, लेकिन आरोपियों ने किसान के साथ गाली गलौज की और जान से मारने की धमकी भी दी.
तीनों आरोपियों पर मामला दर्ज: पीड़ित किसान ने बताया कि फर्जीवाड़ा करने वाले युवक मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर उसकी जमीन का अपने नाम पंजीकरण कराकर भावांतर भरपाई योजना के तहत मिलने वाली लाखों रुपये की राशि हड़प चुके हैं. पीड़ित ने बताया कि उसने डीसी तथा एसपी नूंह समेत फिरोजपुर झिरका के एसडीएम को शिकायत देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
जब पीड़ित किसान की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की तो किसान द्वारा दी गई जानकारी सही पाई गई. थाना प्रबंधक राजबीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने तीनों आरोपियों पर केस दर्ज कर लिया है. जल्द ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना क्या है? मेरी फसल मेरा ब्योरा योजना का मुख्य उद्देश्य हरियाणा के किसानों को सभी सरकारी सुविधाएं एक ही जगह उपलब्ध करवाना है. किसान को ऑनलाइन पोर्टल पर अपनी फसल का पंजीकरण कराना होता है. जिसके बाद सरकार किसानों को इस योजना के माध्यम से पोर्टल पर खाद्य, बीज, ऋण और कृषि उपकरण पर सब्सिडी देती है.
कैसे होता है मेरी फसल मेरा ब्योरा का रजिस्ट्रेशन: मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए किसानों को fasal.haryana.gov.in पर जाना होगा. यहां किसान अपनी फसल का ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इसके अलावा सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण करवा सकते हैं.
पंजीकरण के लिए क्या चीजें जरूरी? किसान को बोई गई फसल का नाम, खेती के तहत क्षेत्र, फसली महीना, बैंक खाता संख्या और मोबाइल नंबर जैसी जरूरी जानकारी पोर्टल पर देनी होगी.
क्या होगा फायदा? मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण से किसान फसल बीमा सुविधा, प्राकृतिक आपदाओं के कारण खराब हुई फसल का मुआवजा और सरकार की तरफ से मिलने वाली सब्सिडी का लाभ ले सकता है. पोर्टल पर पंजीकरण करवाने वाले किसानों को प्रति एकड़ या उसके हिस्से के लिए 10 रुपये का वित्तीय प्रोत्साहन दिया जाएगा. ये सहायता न्यूनतम 20 रुपये और अधिकतम 50 रुपये तक होगी. ये राशि सीधे किसानों के खातों में जाती है.
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फ्रॉड से कैसे बचें: मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण खुद ही करें. अगर ऑफलाइन पंजीकरण भी करवा रहे हैं तो सारी डीटेल अच्छी तरह से चेक कर लें. पंजीकरण कराने के बाद बीच-बीच में पोर्टल को चेक करते रहें, ताकि आपको किसी भी तरह के फ्रॉड का पता चल सके. थोड़ी सी जागरूकता से आप इस तरह की धोखाधड़ी को रोक सकते हैं. अगर आपके साथ धोखाधड़ी हुई है तो इसकी शिकायत पुलिस को दें.