करनाल: कैमला गांव में रविवार को आयोजित किसान महापंचायत में उत्पात मचाने, तोड़फोड़ आदि करने के मामले में पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी 71 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने बताया कि कैमला में रविवार को किसान महापंचायत का कार्यक्रम ठीक ठाक चल रहा था. कार्यक्रम के अंत में कुछ लोग लाठी डंडे लेकर पंडाल में आ गए. उन्होंने तोड़ फोड़ करनी शुरू कर दी और सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट की. सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया, जिसके लिए पुलिस ने भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी सहित 71 लोगों को नामजद करते हुए कुछ अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ साजिश रचने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, लोगों को उकसाने, सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट करने व धमकाने आदि धाराओं में एफआईआर दर्ज की है.
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क्या हुआ था गांव कैमला में?
रविवार को करनाल के गांव कैमला में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर किसान महापंचायत नाम के कार्यक्रम के जरिए लोगों को केंद्र के तीन कृषि कानूनों के फायदे बताने वाले थे, लेकिन प्रदर्शनकारी किसानों ने ‘किसान महापंचायत’ के कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ की. हरियाणा पुलिस ने करनाल जिले के कैमला गांव की ओर किसानों के मार्च को रोकने लिए रविवार को पानी की बौछारें कीं और आंसू गैस के गोले दागे, लेकिन प्रदर्शनकारी कार्यक्रम स्थल तक पहुंच गए और ‘किसान महापंचायत’ कार्यक्रम को बाधित किया. उन्होंने मंच पर तोड़फोड़ की, कुर्सियां, मेज और गमले तोड़ दिए. किसानों ने अस्थायी हेलीपेड भी खोद डाला.