कैथलः मजदूर संगठनों ने NRC और CAA के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और CAA कानून को वापस लेने की मांग की. मजदूरों ने कहा कि सरकार कानून को जल्द वापस ले, नहीं तो मजदूर संगठन सड़कों पर उतरने को मजबूर होगा.
कई मजदूर संगठन प्रदर्शन में हुए शामिल
प्रदर्शन कर रही सुदेश कुमारी ने कहा वो लोग जनता मजदूर अधिकार संघर्ष अभियान, मनरेगा मजदूर यूनियन, निर्माण कार्य मजदूर मिस्त्री यूनियन और अन्य संगठनों की तरफ से प्रदर्शन कर रहे हैं. देश में संविधान ने हमें जो मौलिक अधिकार दिए हैं उसके मुताबिक बोलने की आजादी हैं, कोई भेदभाव हमारे साथ सरकार नहीं कर सकती है.
सरकार पर संविधान पर हमला करने का लगाया आरोप
लेकिन मोदी सरकार हमारे देश जो सबसे बड़ा लोकतंत्र है, पर बड़ा हमला कर रही है और एक हिंदू राष्ट्र की तरफ यह कदम बढ़ा रहे हैं. जो भाजपा का झंडा है. हम यह समझते हैं कि जो देश की महिलाएं हैं, जो देश का दलित वर्ग है, जो देश के मुस्लिम है उसके खिलाफ है और हम यह नहीं होने देंगे. हम जो यह अधिकार हमें मिले थे 1947 में और 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ उस पर भाजपा को हमला नहीं करने देंगे.
बीजेपी की नीतियों को बताया ढकोसला
वहीं जिला प्रधान संसार चंद्र ने कहा कि भाजपा की बाते ओर नीतियां यह ढकोसला है और यह फ्रॉड है और मजदूर, गरीब, किसान, छात्र, नौजवान, कर्मचारियों के खिलाफ एक षड्यंत्र है. यह प्रदर्शन इसके खिलाफ है. समाजवादी क्रांति करके सबको उखाड़ फेंकना होगा और शहीद भगत सिंह के दिखाए रास्ते पर समाजवादी क्रांति का बिगुल बजाना होगा.
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