कैथल: तितरम थाना क्षेत्र कैथल में बुजुर्ग से हनीट्रैप का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि आरोपियों ने बुजुर्ग से 10 लाख रुपये की डिमांड की थी. शिकायतकर्ता ने हनीट्रैप मामले में सिटी थाना की महिला एसआई की भी संलिप्तता बताई है. बुजुर्ग का आरोप है कि महिला एसआई ने उसे फोन कॉल करके कहा कि चुपचाप पैसे दोगे तो बच जाओगे, नहीं तो जेल की सलाखों के पीछे जाओगे.
बुजुर्ग ने आरोपी महिला, राजू और महिला एसआई की शिकायत एसपी को दी थी. आरोपियों पर कार्रवाई करने के लिए एसपी ने टीम का गठन करने के निर्देश दिए थे. जिसके आधार पर टीम का गठन कर जांच तेज की गई. इस टीम की इंचार्ज महिला थाना एसएचओ सब इंस्पेक्टर रेखा को बनाया गया. जब रेड पूरी हुई, तो रेडिंग पार्टी ने केवल आरोपी महिला और राजू का नाम ही पुलिस शिकायत में दिखाया.
जिस कारण पुलिस ने अब केवल आरोपी महिला और राजू के खिलाफ ही केस दर्ज किया गया है. शिकायतकर्ता अब आरोप लगा रहा है कि रेडिंग पार्टी इंचार्ज ने बिना उसकी सहमति के महिला पुलिस एसआई का नाम शिकायत से बाहर निकाला है. जबकि महिला एसआई ने फोन कॉल करके शिकायतकर्ता के ऊपर दबाव बनाया था. इस महीने में पुलिस ने हनी ट्रैप के दो मामले दर्ज किए हैं. दोनों मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है.
इन दोनों मामलों में शिकायतकर्ता द्वारा पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. बता दें कि दो हफ्ते पहले सिटी थाने में दर्ज एक मामले के आरोप में कैथल एसपी ने संगतपुरा चौकी के इंचार्ज एएसआई अनवर को सस्पेंड किया था. जिस पर शिकायतकर्ता ने पैसे देने के लिए दबाव बनाने के आरोप लगाए थे. जिसके बाद शिकायतकर्ता द्वारा दी गई शिकायत पर कैथल एसपी ने इसकी जांच डीएसपी उमेद सिंह को सौंप थी. जांच में चौकी इंचार्ज की आरोपियों के साथ संलिप्त पाई गई. जिसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया था.
अनिल नाम के शख्स की शिकायत मिली थी. जिसमें उसने बताया कि उनके पिता की एक लड़की से मुलाकात हुई थी. जिसके बाद उनके पिता के उस लड़की से संबंध बन गए. इसके बाद आरोपी लड़की ने उसके पिता को ब्लैकमेल कर 10 लाख रुपये की डिमांड की थी. रुमा और उसका सहयोगी राजू तीन लाख रुपये लेते रंगे हाथ पकड़े गए हैं. कैथल में जींद बाईपास रोड से इन्हें गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में अभी तक दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिन्हें कोर्ट में पेश कर आगामी कार्रवाई की जाएगी.- ललित कुमार, डीएसपी
महिला एसआई पर लगे आरोपों पर डीएसपी ललित कुमार ने कहा कि अभी तक उनके संज्ञान में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है. अगर ऐसी कोई बात है भी तो पहले आरोपों का सत्यापन किया जाएगा. अगर उसमें कोई दोषी मिलता है तो उसके ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी.