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डर के मारे पिता ने 3 साल तक नहीं दिलाई थी बाइक, आज वही बेटा बाइक रेसिंग में गाड़ रहा झंडे

हिसार के रहने वाले अभिमन्यु गौतम एशियन कप ऑफ रोड रेसिंग में भारत का नेतृत्व करने वाले हैं. ये रेसिंग 29 नवंबर से 1 दिसंबर तक नोएडा में होगी. बता दें कि अभिमन्यु उत्तर भारत के पहले ऐसे बाइक रेसर हैं जो इस उपलब्धि तक पहुंचे हैं

हरियाणा के अभिमन्यु ने बढ़ाया देश का मान
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Published : Nov 8, 2019, 10:07 PM IST

हिसार: हरियाणा वो प्रदेश है जिसने देश को ना सिर्फ सबसे ज्यादा जवान बल्कि सबसे ज्यादा और बेहतरीन खिलाड़ी दिए हैं. वैसे तो हरियाणा अपने परंपरागत खेल कुश्ती और कबड्डी के लिए जाना जाता है, लेकिन अब बदलते युग के साथ हरियाणा भी बदल रहा है. अब यहां से ना सिर्फ पहलवान, बल्कि बाइक रेसर भी सामने आकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की अगुवाई कर रहे हैं

एशियन कप ऑफ रोड रेसिंग में अभिमन्यु लेंगे हिस्सा

हिसार के रहने वाले अभिमन्यु गौतम एशियन कप ऑफ रोड रेसिंग में भारत का नेतृत्व करने वाले हैं. ये रेसिंग 29 नवंबर से 1 दिसंबर तक नोएडा में होगी. बता दें कि अभिमन्यु उत्तर भारत के पहले ऐसे बाइक रेसर हैं जो इस उपलब्धि तक पहुंचे हैं. वहीं अभिमन्यु के साथ दक्षिणी भारत के वैंकटेश भी भारत की तरफ से इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं. एशियन कप में 8 से 10 देश हिस्सा लेने वाले हैं और हर देश से 2 प्रतिभागियों को मौका दिया जाएगा.

क्लिक कर देखें रिपोर्ट

बीटेक के छात्र हैं अभिमन्यु

23 साल के अभिमन्यु सिर्फ 1 साल से बाइक रेसिंग कर रहे हैं. वो बीटेक मैकेनिकल एंड ऑटो इंजीनियरिंग के छात्र रह चुके हैं. अभिमन्यु के पिता अशोक गौतम एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग में एईटीओ के पद पर कार्यरत हैं. वही अभिमन्यु की मां रेखा गौतम ग्रहणी है. अभिमन्यु अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं.

अभिमन्यु की उपलब्धियां

  • अभिमन्यु अब तक 7 पोडियम जीत चुके हैं
  • 3 नेशनल चैंपियनशिप अभिमन्यु ने जीते हैं
  • अभिमन्यु नेशनल चैंपियनशिप भी जीत चुके हैं.
  • इसके अलावा अभिमन्यु कई छोटी रेसिंग प्रतियोगिताओं में भी गोल्ड जीत चुके हैं.

ये भी पढ़िए: फर्जी बोर्ड के खुलासे के बाद हरियाणा में हड़कंप, सरकारी कर्मचारियों की मार्कशीट होगी चेक

हरियाणा में नहीं रेसिंग ट्रेक

अभिमन्यु ने बताया कि वो प्रतियोगिता के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं, लेकिन हरियाणा में ट्रैक ना होने की वजह से उन्हें अभ्यास करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि वो अभ्यास के लिए चेन्नई जा रहे हैं. उन्हें कुछ घंटों की तैयारी के लिए सफर में ही 3 से 4 दिन लग रहे हैं, बावजूद इसके वो पूरी तरह से तैयार हैं.

अभिमन्यु ने बताया कि पहले उनके परिवार वाले नहीं चाहते थे कि वो बाइक रेसिंग करें. उनके पिता ने डर के मारे उन्हें 3 साल तक बाइक नहीं दिलाई, लेकिन कॉलेज में उनके अच्छे मार्क्स आने पर उनके पिता ने उन्हें बाइक दिला दी.

हिसार: हरियाणा वो प्रदेश है जिसने देश को ना सिर्फ सबसे ज्यादा जवान बल्कि सबसे ज्यादा और बेहतरीन खिलाड़ी दिए हैं. वैसे तो हरियाणा अपने परंपरागत खेल कुश्ती और कबड्डी के लिए जाना जाता है, लेकिन अब बदलते युग के साथ हरियाणा भी बदल रहा है. अब यहां से ना सिर्फ पहलवान, बल्कि बाइक रेसर भी सामने आकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की अगुवाई कर रहे हैं

एशियन कप ऑफ रोड रेसिंग में अभिमन्यु लेंगे हिस्सा

हिसार के रहने वाले अभिमन्यु गौतम एशियन कप ऑफ रोड रेसिंग में भारत का नेतृत्व करने वाले हैं. ये रेसिंग 29 नवंबर से 1 दिसंबर तक नोएडा में होगी. बता दें कि अभिमन्यु उत्तर भारत के पहले ऐसे बाइक रेसर हैं जो इस उपलब्धि तक पहुंचे हैं. वहीं अभिमन्यु के साथ दक्षिणी भारत के वैंकटेश भी भारत की तरफ से इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं. एशियन कप में 8 से 10 देश हिस्सा लेने वाले हैं और हर देश से 2 प्रतिभागियों को मौका दिया जाएगा.

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बीटेक के छात्र हैं अभिमन्यु

23 साल के अभिमन्यु सिर्फ 1 साल से बाइक रेसिंग कर रहे हैं. वो बीटेक मैकेनिकल एंड ऑटो इंजीनियरिंग के छात्र रह चुके हैं. अभिमन्यु के पिता अशोक गौतम एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग में एईटीओ के पद पर कार्यरत हैं. वही अभिमन्यु की मां रेखा गौतम ग्रहणी है. अभिमन्यु अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं.

अभिमन्यु की उपलब्धियां

  • अभिमन्यु अब तक 7 पोडियम जीत चुके हैं
  • 3 नेशनल चैंपियनशिप अभिमन्यु ने जीते हैं
  • अभिमन्यु नेशनल चैंपियनशिप भी जीत चुके हैं.
  • इसके अलावा अभिमन्यु कई छोटी रेसिंग प्रतियोगिताओं में भी गोल्ड जीत चुके हैं.

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हरियाणा में नहीं रेसिंग ट्रेक

अभिमन्यु ने बताया कि वो प्रतियोगिता के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं, लेकिन हरियाणा में ट्रैक ना होने की वजह से उन्हें अभ्यास करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि वो अभ्यास के लिए चेन्नई जा रहे हैं. उन्हें कुछ घंटों की तैयारी के लिए सफर में ही 3 से 4 दिन लग रहे हैं, बावजूद इसके वो पूरी तरह से तैयार हैं.

अभिमन्यु ने बताया कि पहले उनके परिवार वाले नहीं चाहते थे कि वो बाइक रेसिंग करें. उनके पिता ने डर के मारे उन्हें 3 साल तक बाइक नहीं दिलाई, लेकिन कॉलेज में उनके अच्छे मार्क्स आने पर उनके पिता ने उन्हें बाइक दिला दी.

Intro:एंकर - हरियाणा के नौजवान खेलों में अपना लोहा देश, प्रदेश में मनवाते आए हैं। प्रदेश के परंपरागत खेल कुश्ती, कबड्डी के साथ-साथ अन्य खेलों में भी देश प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। आधुनिक युग की प्रतियोगिता में भी हरियाणा के नौजवान अपना दमखम दिखा रहे हैं। हरियाणा के हिसार का रहने वाला अभिमन्यु गौतम 29 नवंबर से 1 दिसंबर तक नोएडा में होने वाली एशियन बाइक रेसिंग कप में देश को रिप्रेजेंट करने जा रहा है। उत्तर भारत से अभिमन्यु पहले रेसर हैं जो इस उपलब्धि तक पहुंचे हैं। अभिमन्यु के साथ दक्षिणी भारत के वैंकटेश भी भारत की तरफ से हिस्सा ले रहे हैं। एशियन कप में 8 से 10 देश हिस्सा लेंगे, प्रत्येक देश से 2 प्रतिभागी होंगे। अभिमन्यु की इस उपलब्धि को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी है। अभिमन्यु के पिता अशोक गौतम एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग में एईटीओ के पद पर कार्यरत हैं। वही अभिमन्यु की माता रेखा गौतम ग्रहणी है। अभिमन्यु अपने माता पिता की इकलौती संतान हैं। वीओ - अभिमन्यु गौतम ने बताया कि वह बीटेक मैकेनिकल एंड ऑटो इंजीनियरिंग कर चुके हैं। उन्होंने 21 साल की उम्र में बाइक रेसिंग शुरू की और वह अब 23 साल के हैं। प्रोफेशनल रेसिंग उन्होंने 1 साल पहले शुरू की और अब उनका दूसरा साल है। अभिमन्यु ने बताया कि अब तक वह 7 पोडियम, 3 नेशनल चैंपियनशिप की रेस और नेशनल चैंपियनशिप में ओवरऑल द्वितीय स्थान प्राप्त कर चुके हैं। इसके अलावा अन्य कई पोडियम भी उनके नाम हैं। एशियन कप में उत्तर भारत से भाग लेने वाले वह पहले रेसर हैं। इस प्रतियोगिता के लिए वह काफी तैयारियां कर रहे हैं। अभिमन्यु ने बताया कि प्रतियोगिता 29 नवंबर से 1 दिसंबर तक नोएडा में होने जा रही है। समय कम होने के कारण वह फिटनेस और अन्य चुनौतियों को लेकर तैयारियां कर रहे हैं। हरियाणा में रेसिंग ट्रैक ना होने को लेकर उन्होंने कहा कि ट्रैक ना होने के कारण अभ्यास में काफी दिक्कतें आती हैं। अभ्यास के लिए चेन्नई जाकर अभ्यास करना पड़ता है। कुछ घंटों की तैयारी के लिए सफर में ही 3 से 4 दिन लग जाते हैं। अभिमन्यु ने बताया कि उनके परिवार के लोगों ने बाइक रेसिंग के लिए पहले मना किया क्योंकि वह उस वक्त काफी छोटे थे, लेकिन बीटेक में अच्छे प्रदर्शन और विश्वविद्यालय में होने वाली कबड्डी प्रतियोगिता में भी उन्होंने गोल्ड मेडल जीता। जिसके बाद उन्होंने अपने माता-पिता से बात की और रेसिंग शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि इसके बाद उन्हें लगातार परिजनों का सहयोग मिलता रहा, जिसके लिए वह उनका धन्यवाद करते हैं। कबड्डी खेल से जुड़े होने के बाद रेसिंग में कैरियर बनाने को लेकर अभिमन्यु ने कहा कि वह कबड्डी खेलते थे लेकिन रेसिंग में उनकी रुचि अधिक होने के कारण उन्होंने इसे चुना। अभिमन्यु ने बताया कि एशियन कप प्रतियोगिता में भारत सहित 8 से 10 देश भाग लेंगे, प्रत्येक देश के 2 प्रतिभागी होंगे। वहीं भारत की तरफ से अभिमन्यु और चेन्नई के वेंकटेश हिस्सा लेंगे। यहां तक के सफर में कोच की भूमिका को लेकर अभिमन्यु ने कहा कि बाइक रेसिंग स्कूल में लगातार प्रैक्टिस नहीं होती बल्कि 1 से 2 दिन का कैंप होने के कारण कोई स्थाई कोच नहीं होता लेकिन उनके मेंडर काफी रहे हैं। रेसिंग कोच में ट्रेविस वाईमैन यूएस में रहते हैं जिन्हें वह कोच के रूप में श्रेय देते हैं। बाइट - अभिमन्यु गौतम।


Body:वीओ - अभिमन्यु की माता रेखा गौतम ने कहा कि उन्हें गर्व है की अभिमन्यु इस उपलब्धि तक पहुंचे हैं और वह उनके बेटे हैं। उन्होंने कहा कि शुरुआत में उन्होंने अभिमन्यु को इसके लिए रोका लेकिन उन्हें पता है कि अभिमन्यु ने दृढ़ निश्चय कर लिया है। जिसके बाद उन्होंने जिद नहीं की और अभिमन्यु को समझाने के बाद वह खुद मान गई। उन्होंने कहा कि वह अभिमन्यु को एक अच्छे बेटे के रूप में देखना चाहती थी और आगे भी यही आशा अभिमन्यु से रखती हैं। रेखा गौतम ने कहा कि अभिमन्यु का चयन विदेश की यूनिवर्सिटी में हुआ था लेकिन वह चाहती थी कि अभिमन्यु उनके पास रहकर भारत में ही पढ़ाई करें। बाइट - रेखा गौतम, अभिमन्यु की माता। वीओ - अभिमन्यु के पिता अशोक गौतम ने कहा कि उत्तर भारत से अब तक कोई रेसर इस उपलब्धि तक नहीं पहुंचा है। अभिमन्यु संसाधनों का अभाव होते हुए भी यहां तक पहुंचा है, इसलिए वह अभिमन्यु की इस उपलब्धि से उत्साहित हैं। रेसिंग इवेंट को लेकर उन्होंने कहा कि शुरू में वह नहीं चाहते थे कि अभिमन्यु क्षेत्र में जाएं इसलिए उन्होंने 3 साल तक उन्हें बाइक नहीं दिलाई। अशोक गौतम ने कहा कि अभिमन्यु के इस प्रदर्शन के बाद पूरी तरह से उनके साथ हैं। शुरुआती दिक्कतों को लेकर उन्होंने कहा कि नोएडा में एकमात्र रेसिंग ट्रैक है जो महंगा होने के साथ-साथ सभी लोगों की पहुंच से दूर है। अभिमन्यु को मद्रास जाकर अभ्यास करना पड़ता था। अशोक गौतम ने बताया कि शुरुआत में उनके जानकार उन्हें शिकायत करते थे कि अभिमन्यु बाइक तेज चलाता है जिसके बाद अभिमन्यु को उन्होंने समझाया कि ऐसा अभ्यास उचित स्थान पर करें। बाइट - अशोक गौतम, अभिमन्यु के पिता।


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