फरीदाबाद: हरियाणा में कोरोना की दूसरी लहर (Corona Second Wave) अब दम तोड़ती नजर आ रही है. शनिवार को जारी हेल्थ बुलेटिन (Haryana Health Bulletin) में प्रदेश में 14 नए मरीज सामने आए हैं. साथ ही एक्टिव मरीजों (Haryana Corona Active Case) की संख्या घटकर 187 रह गई है. शनिवार को हरियाणा में केवल 8 जिलों से नए केस मिले हैं. इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही.
एक बार फिर से हरियाणा में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. इस बार कोरोना से नहीं बल्कि वायरल फीवर से मरीजों की संख्या बढ़ती (Viral Fever Patients Increased) जा रही है. फरीदाबाद के सरकारी अस्पताल (Faridabad Government Hospital) में रोजाना 150 के करीब वायरल फीवर के मरीज आ रहे हैं. हालांकि जिले में अभी तक डेंगू के मरीज सामने नहीं आए हैं. वायरल फीवर की चपेट में सबसे ज्यादा बच्चे आ रहे हैं.
बच्चों की ओपीडी में रोजाना 125 से लेकर 150 तक बच्चों को वायरल फीवर से संबंधित दवाइयां और इलाज दिया जा रहा है. सिविल अस्पताल की प्राथमिक चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनीता यादव ने बताया कि बदलते मौसम के चलते वायरल फीवर के मरीजों में बढ़ोतरी जरूर देखने को मिल रही है, लेकिन वायरल फीवर के मरीजों से अभी तक किसी को कोविड-19 या डेंगू की पुष्टि नहीं हुई है.
इस मौसम में थोड़ी सी लापरवाही आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकती है. ऐसे में सभी लोगों को बेहद सावधानी पूर्वक रहने की आवश्यकता है. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वो गर्म पानी का प्रयोग करें और पानी को घरों के अंदर या बाहर खड़ा रहने ना दें, ताकि वायरल फीवर और डेंगू के प्रकोप से बचा जा सके. उन्होंने कहा कि वायरल फीवर को देखते हुए जो लोग अस्पताल में इलाज के लिए आ रहे हैं, उनका कोरोना और डेंगू का भी टेस्ट कराया जा रहा है, ताकि अगर कोई मरीज इसकी चपेट में है तो उसका इलाज किया जा सके और संक्रमण फैलने के खतरे को रोका जा सके.
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आमतौर पर इन दिनों अस्पताल में वायरल फीवर के 80 के करीब मरीज इलाज के लिए आते थे, लेकिन अब ये संख्या डेढ़ सौ के करीब पहुंच गई है, जोकि स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय है. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि उसने किसी भी प्रकार के हालात से निपटने के लिए पूरी तैयारियां की हैं. बता दें कि वायरल फीवर के दौरान आपको बुखार के साथ ही नाक और आंख से पानी निकलने की समस्या और हल्दी खांसी हो सकती है. इसमें लक्षणों के हिसाब से डॉक्टर्स इलाज करते हैं. इंफेक्शन के कारण हुए बुखार को ठीक होने में 7-8 दिन का समय लग सकता है.