चरखी दादरी: तीन दशक से पेयजल संकट की समस्या से जुझ रहे दातौली गांव के लोगों ने विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है. ये फैसला गांव में पंचायत कर लिया गया.
दातौली गांव ने फिर किया चुनाव बहिष्कार का ऐलान
ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव के बहिष्कार के फैसले को लेकर प्रशासन को पत्र सौंपा. ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार के जरिए सीएम के नाम पत्र लिख कर अपने फैसले के बारे में बताया. पत्र में लिखा गया कि अगर आचार संहिता लागू होने से पहले उनके गांव में पानी की समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वो लोग लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे.
पहले भी कर चुके हैं चुनाव बहिष्कार का ऐलान
बता दें कि दातौली गांव सालों से पेयजल की समस्या से जूझ रहा है. इससे पहले लोकसभा चुनाव का भी दातौली गांव ने बहिष्कार किया था. तब सीएम के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने वोट डाला था, लेकिन अब जब पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो ग्रामीणों मे पंचायत कर सबकी सहमति से विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का फैसला लिया.
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दातौली गांव के लिए पेयजल परियोजना मंजूर-विधायक
वहीं जब इस बाके में बाढड़ा विधायक सुखविंद्र मांढी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की पेयजल समस्या को लेकर प्रदेश सरकार काफी गंभीर है. मुख्यमंत्री ने खुद ग्रामीणों को आश्वासन दिया था. जिसके बाद सरकार ने गांव की पेयजल परियोजना के लिए 5 करोड़ 75 लाख की राशि मंजूर कर दी है. जल्द ही टेंडर होने पर काम शुरू कर दिया जाएगा. इसके अलावा क्षेत्र में करीब 200 करोड़ की पेयजल परियोजनाएं भी सरकार की ओर से मंजूर की गई है.