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Haryana News: शहीदों के नाम पर रखे जाएंगे हरियाणा के 509 सरकारी स्कूलों के नाम- डिप्टी सीएम - हरियाणा सरकारी स्कूल नाम

हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने घोषणा कि है कि 14 अगस्त की मध्यरात्रि को सभी सरकारी स्कूल के नाम देश की रक्षा में शहीद हुए हरियाणा के वीर जवानों के नाम पर अपडेट कर दिए जाएंगे. जिसके चलते अब प्रदेश के 509 सरकारी स्कूलों के नाम बदल जाएंगे.

schools named after martyrs
शहीदों के नाम पर स्कूल नाम
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Published : Aug 13, 2023, 10:11 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा के जिला हिसार में ढंढेरी गांव से एक साल पहले डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने एक मुहिम की शुरुआत की थी. जो अब पूरे प्रदेश में लागू हो गई है. इस बार स्वतंत्रता दिवस के दिन 15 अगस्त से प्रदेश के 509 सरकारी स्कूलों के नाम औपचारिक रूप से देश की रक्षा में शहीद हुए हरियाणा के वीर जवानों के नाम पर किये जाएंगे. 14 अगस्त की मध्यरात्रि से राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के सभी रिकॉर्ड में और वेबसाइट पर इन सरकारी स्कूलों का नामकरण बदलकर शहीदों के नाम पर अपडेट कर दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें: हरियाणा में बाढ़ से कुल 47 लोगों की मौत, अभी तक 40 को मिली आर्थिक मदद, जानिए किसानों को कब तक मिलेगा पैसा

गौरतलब है कि बीते वर्ष 15 अगस्त 2022 को हांसी क्षेत्र के ढंढेरी गांव के निशांत मलिक की जम्मू कश्मीर में शहादत होने पर डिप्टी सीएम शहीद के घर उनके गांव ढंढेरी गए थे और उसी दिन शाम तक गांव के स्कूल के बोर्ड पर नया नाम लिखवा दिया था. इसके बाद कई अन्य अवसरों पर भी उपमुख्यमंत्री और सरकार की तरफ से कई गांवों में स्कूलों के नाम वहां के शहीदों के नाम पर रखे जाने की घोषणा हुई.

अब राज्य के 358 हाई या सीनियर सेकेंडरी स्कूल, और 151 मिडिल या प्राइमरी स्कूलों के नाम उन गांवों के बहादुर जवानों के नाम पर होंगे जिन्होंने देश के लिए सर्वोत्तम बलिदान दिया. इनमें सबसे ज्यादा रेवाड़ी जिले के 94, भिवानी जिले के 85 और जींद जिले के 61 स्कूल शामिल हैं. पलवल जिले में 38, रोहतक में 36, चरखी दादरी में 28, झज्जर में 28, गुरुग्राम में 25, कैथल में 21, महेंद्रगढ़ में 16, हिसार में 13 और फतेहाबाद में 10 स्कूलों के नाम शहीदों के नाम पर रखे गए हैं. इसी तरह अंबाला, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, सोनीपत में 8-8, यमुनानगर, पंचकूला, पानीपत में 5-5, सिरसा में 4, करनाल में 2 और नूंह जिले में 1 सरकारी स्कूल का नाम वहां के शहीदों के नाम पर होगा.

डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि शहीदों का देश के लिए बलिदान और उनके परिवारों का राष्ट्र सेवा में योगदान अतुलनीय है. देश उनका कर्ज कभी नहीं चुका सकता. गांव की तरक्की और भविष्य निर्माण की धुरी वहां के सरकारी स्कूलों का नामकरण उसी गांव के वीर जवान के नाम पर करके राज्य सरकार अपनी तरफ से एक छोटी सी कोशिश कर रही है. जिससे वीर योद्धाओं की कहानियां और बहादुरी के किस्से आने वाली पीढ़ियां भी सुनती रहें.

ये भी पढ़ें: पोर्टल के बहाने मुआवजा देने में देरी कर रही सरकार, बाढ़ पीड़ितों को तुरंत मिले राहत- भूपेंद्र हुड्डा

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य सरकार गांवों के विकास और आधुनिकीकरण के लिए वहां के लोगों की जनभावना के अनुसार काम कर रही है. आज हरियाणा के गांवों में ई-लाइब्रेरी, आधुनिक चौपाल, सामुदायिक केंद्र, सोलर ऊर्जा संयंत्र, गोबर गैस प्लांट लग रहे हैं और देश का पहला ग्रामीण सेक्टर भी हरियाणा में विकसित हो रहा है. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि 509 सरकारी स्कूलों के नए नामकरण को 15 अगस्त के सभी जगह सरकारी रिकॉर्ड में अपडेट कर दिया जाएगा और भविष्य में सभी सूचना पट्ट और सरकारी दस्तावेजों में यही नए नाम लिखे जाएंगे.. (प्रेस नोट)

चंडीगढ़: हरियाणा के जिला हिसार में ढंढेरी गांव से एक साल पहले डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने एक मुहिम की शुरुआत की थी. जो अब पूरे प्रदेश में लागू हो गई है. इस बार स्वतंत्रता दिवस के दिन 15 अगस्त से प्रदेश के 509 सरकारी स्कूलों के नाम औपचारिक रूप से देश की रक्षा में शहीद हुए हरियाणा के वीर जवानों के नाम पर किये जाएंगे. 14 अगस्त की मध्यरात्रि से राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के सभी रिकॉर्ड में और वेबसाइट पर इन सरकारी स्कूलों का नामकरण बदलकर शहीदों के नाम पर अपडेट कर दिया जाएगा.

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गौरतलब है कि बीते वर्ष 15 अगस्त 2022 को हांसी क्षेत्र के ढंढेरी गांव के निशांत मलिक की जम्मू कश्मीर में शहादत होने पर डिप्टी सीएम शहीद के घर उनके गांव ढंढेरी गए थे और उसी दिन शाम तक गांव के स्कूल के बोर्ड पर नया नाम लिखवा दिया था. इसके बाद कई अन्य अवसरों पर भी उपमुख्यमंत्री और सरकार की तरफ से कई गांवों में स्कूलों के नाम वहां के शहीदों के नाम पर रखे जाने की घोषणा हुई.

अब राज्य के 358 हाई या सीनियर सेकेंडरी स्कूल, और 151 मिडिल या प्राइमरी स्कूलों के नाम उन गांवों के बहादुर जवानों के नाम पर होंगे जिन्होंने देश के लिए सर्वोत्तम बलिदान दिया. इनमें सबसे ज्यादा रेवाड़ी जिले के 94, भिवानी जिले के 85 और जींद जिले के 61 स्कूल शामिल हैं. पलवल जिले में 38, रोहतक में 36, चरखी दादरी में 28, झज्जर में 28, गुरुग्राम में 25, कैथल में 21, महेंद्रगढ़ में 16, हिसार में 13 और फतेहाबाद में 10 स्कूलों के नाम शहीदों के नाम पर रखे गए हैं. इसी तरह अंबाला, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, सोनीपत में 8-8, यमुनानगर, पंचकूला, पानीपत में 5-5, सिरसा में 4, करनाल में 2 और नूंह जिले में 1 सरकारी स्कूल का नाम वहां के शहीदों के नाम पर होगा.

डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि शहीदों का देश के लिए बलिदान और उनके परिवारों का राष्ट्र सेवा में योगदान अतुलनीय है. देश उनका कर्ज कभी नहीं चुका सकता. गांव की तरक्की और भविष्य निर्माण की धुरी वहां के सरकारी स्कूलों का नामकरण उसी गांव के वीर जवान के नाम पर करके राज्य सरकार अपनी तरफ से एक छोटी सी कोशिश कर रही है. जिससे वीर योद्धाओं की कहानियां और बहादुरी के किस्से आने वाली पीढ़ियां भी सुनती रहें.

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दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य सरकार गांवों के विकास और आधुनिकीकरण के लिए वहां के लोगों की जनभावना के अनुसार काम कर रही है. आज हरियाणा के गांवों में ई-लाइब्रेरी, आधुनिक चौपाल, सामुदायिक केंद्र, सोलर ऊर्जा संयंत्र, गोबर गैस प्लांट लग रहे हैं और देश का पहला ग्रामीण सेक्टर भी हरियाणा में विकसित हो रहा है. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि 509 सरकारी स्कूलों के नए नामकरण को 15 अगस्त के सभी जगह सरकारी रिकॉर्ड में अपडेट कर दिया जाएगा और भविष्य में सभी सूचना पट्ट और सरकारी दस्तावेजों में यही नए नाम लिखे जाएंगे.. (प्रेस नोट)

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