पंचकूला: इंडस्ट्रियल प्लॉट आवंटन के मामले में ईडी की तरफ से चार्जशीट दायर कर दी गई है. अब इस मामले में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही हैं. इसी को लेकर अब सत्तापक्ष कांग्रेस पर हमलावर हो गया है.
इस पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण अत्रे ने हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व की हुड्डा सरकार के दौरान इंडस्ट्रियल प्लॉट आवंटन मामला, पंचकूला एजेएल मामला, मानेसर लैंड डील मामला समेत बहुत से मामले ऐसे हैं जो हुड्डा ने मुख्यमंत्री रहते हुए किए. हुड्डा पहले कोई भी जांच करवाने की बात कहते थे मगर आज जांच शुरू होने पर हुड्डा राजनीतिक दुर्भावना का आरोप लगाते हैं.
अत्रे ने कहा कि आज कांग्रेसी न्यायपालिका पर सवाल खड़े कर रहे हैं मगर कांग्रेसियों को न्यायपालिका पर सवाल खड़े करने की जगह सम्मान करते हुए इंतजार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि 17,000 एकड़ जमीन सेक्शन-4 और 6 और अवार्ड घोषित होने के बाद जमीन को अपने चहेते बिल्डरों को रिलीज किया, उस पर कानून अपना काम कर रहा है.
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अत्रे ने कहा कि हुड्डा और एचएसआईडीसी के नियमों के तहत अगर कोई इंडस्ट्रियल प्लॉट के लिए आवेदन करते हुए अपनी प्रेजेंटेशन देनी होती है. इसमें बताया जाता है कि प्लॉट आवंटन होने पर क्या उद्योग लगेगा, कितना निवेश होगा, इसकी जानकारी देनी होती है. इस आवंटन में सभी की रिपोर्ट एक जैसी थी. इंडस्ट्रियल प्लॉट आवंटन मामले में जिस तरीके से अपने करीबियों को भूपेंद्र हुड्डा ने अलॉटमेंट की वो सभी के सामने है.
गौरतलब है कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित करीब 22 के खिलाफ ईडी ने चार्जशीट दायर की है. जिसमें 4 पूर्व आईएएस अधिकारी भी शामिल हैं. ये मामला 30 करोड़ रुपये की कीमत के 14 औद्योगिक प्लॉटों के आवंटन का मामला है जोकि 2013 में हुड्डा के कार्यकाल के दौरान आवंटित हुए थे.
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