जींद: प्रदेश में जारी लॉकडाउन के दौरान लोगों की रोजी रोटी का साधन बंद हो चुके हैं. वहीं जींद के जाजवान दरियावाला समेत कई गांवों में मनरेगा स्कीम के तहत मनरेगा मजदूरों से पब्लिक हेल्थ के टैंकों की सफाई का कार्य करवाया जा रहा है. बता दें कि सफाई कार्य का जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बिजेन्द्र सिंह ने औचक निरीक्षण किया. इस अवसर पर डीएसपी धर्मबीर सिंह, मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी राकेश कुमार, अतिरिक्त खण्ड कार्यक्रम अधिकारी रेखा, गांवों के सरपंच भी मौजूद रहे.
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बिजेन्द्र सिंह ने बताया कि वित्तिय वर्ष 2020-21 में कुल 297 कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की की गई है. जिसमें 5 लाख 14 हजार 453 कार्य दिवस सृजित किये जायेंगे. जिस पर 16 करोड़ 34 लाख रूपये खर्च होंगे. उन्होंने बताया कि इस समय जिला में 83 कार्य स्थलों में मस्टर रोल जारी किए गए हैं. उन्होंने बताया कि मौके पर 4 हजार 689 मजदूर कार्य कर रहे है.
उन्होंने बताया कि उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया की देखरेख में मनरेगा स्कीम को लॉकडाउन के दौरान भी सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है. वहीं निरीक्षण के दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बिजेन्द्र सिंह द्वारा सम्बन्धित अधिकारी,कर्मचारी, मजदूरों को मौके पर हाथ सैनिटाईज करने, धूम्रपान न करने, पान, मसाला और गुटका न खाने, मास्क का प्रयोग करने के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए.
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उन्होंने मजदूरों से आह्वान किया कि सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखे ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सके. बता दें कि कोरोना काल के दौरान गरीब लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है. इस दौरान जींद में मनरेगा मजदूरों के लिए अहम पहल की गई है.