चंडीगढ़: दुनिया भर के साथ-साथ भारत में भी पबजी गेम को लेकर बच्चों में आदत बढ़ रही है. पबजी गेम को ब्लू व्हेल गेम की तरह घातक बताते हुए पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की गई थी. दायर की गई याचिका का हाईकोर्ट ने निपटारा करते हुए केंद्र सरकार को इस पर फैसला लेने का आदेश दिया है.
बच्चे इस गेम के आदि हो रहे हैं- याचिकाकर्ता
पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील एचसी अरोड़ा की तरफ से हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि गेम को खेलने वाले बच्चे इस गेम के आदि हो रहे हैं. इसके साथ ही याचीका में कहा गया कि इस गेम में हथियारों से लैस खिलाड़ी होते हैं जो हिंसक रूप से एक दूसरे पर हमला करते हैं जिसके कारण बच्चों के बीच हिंसक प्रवृत्ति बढ़ती है. इस गेम को खेलते हुई मौतों का हवाला भी याचिका में दिया गया.
पबजी पर पाबंदी लगाने की मांग की
याचिका में कहा गया है कि घंटों तक इस गेम को खेलने की आदत के चलते बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास धीमा हो जाता है. ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब गेम के दौरान कैरेक्टर की मौत हो जाने पर उससे लगे आघात से बच्चों की मौत हो गई है. इस गेम के कैरेक्टर को खुद में महसूस करने लगते हैं और इसी वजह से इमोशनल रूप से उससे जुड़ जाते हैं. ऐसे में इस गेम की तुलना ब्लू व्हेल गेम से करते हुए हाईकोर्ट से अपील की गई कि ब्लू व्हेल गेम की तरह इस गेम पर भी पूरी तरह से पाबंदी लगाई जानी चाहिए.
हाईकोर्ट ने इस याचिका का निपटारा करते हुए केंद्र सरकार को याची द्वारा सौंपी गई रिप्रेजेंटेशन पर फैसला लेने के आदेश जारी कर दिए हैं. देखना अब ये होगा कि केंद्र सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है.