ETV Bharat / city

चंडीगढ़: PUBG गेम पर बैन लगाने की मांग, हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्णय लेने का आदेश दिया

पबजी गेम को ब्लू व्हेल गेम की तरह घातक बताते हुए इसपर प्रतिबंध लागने की मांग को लेकर दायर याचिका का हाईकोर्ट ने निपटारा कर दिया है. हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को इस पर फैसला लेने का आदेश दिया है.

High court disposed of petition to ban pubg game
पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट
author img

By

Published : Dec 10, 2019, 4:08 AM IST

Updated : Dec 10, 2019, 8:55 AM IST

चंडीगढ़: दुनिया भर के साथ-साथ भारत में भी पबजी गेम को लेकर बच्चों में आदत बढ़ रही है. पबजी गेम को ब्लू व्हेल गेम की तरह घातक बताते हुए पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की गई थी. दायर की गई याचिका का हाईकोर्ट ने निपटारा करते हुए केंद्र सरकार को इस पर फैसला लेने का आदेश दिया है.

बच्चे इस गेम के आदि हो रहे हैं- याचिकाकर्ता

पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील एचसी अरोड़ा की तरफ से हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि गेम को खेलने वाले बच्चे इस गेम के आदि हो रहे हैं. इसके साथ ही याचीका में कहा गया कि इस गेम में हथियारों से लैस खिलाड़ी होते हैं जो हिंसक रूप से एक दूसरे पर हमला करते हैं जिसके कारण बच्चों के बीच हिंसक प्रवृत्ति बढ़ती है. इस गेम को खेलते हुई मौतों का हवाला भी याचिका में दिया गया.

पबजी पर पाबंदी लगाने की मांग की

याचिका में कहा गया है कि घंटों तक इस गेम को खेलने की आदत के चलते बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास धीमा हो जाता है. ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब गेम के दौरान कैरेक्टर की मौत हो जाने पर उससे लगे आघात से बच्चों की मौत हो गई है. इस गेम के कैरेक्टर को खुद में महसूस करने लगते हैं और इसी वजह से इमोशनल रूप से उससे जुड़ जाते हैं. ऐसे में इस गेम की तुलना ब्लू व्हेल गेम से करते हुए हाईकोर्ट से अपील की गई कि ब्लू व्हेल गेम की तरह इस गेम पर भी पूरी तरह से पाबंदी लगाई जानी चाहिए.

हाईकोर्ट ने इस याचिका का निपटारा करते हुए केंद्र सरकार को याची द्वारा सौंपी गई रिप्रेजेंटेशन पर फैसला लेने के आदेश जारी कर दिए हैं. देखना अब ये होगा कि केंद्र सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है.

चंडीगढ़: दुनिया भर के साथ-साथ भारत में भी पबजी गेम को लेकर बच्चों में आदत बढ़ रही है. पबजी गेम को ब्लू व्हेल गेम की तरह घातक बताते हुए पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की गई थी. दायर की गई याचिका का हाईकोर्ट ने निपटारा करते हुए केंद्र सरकार को इस पर फैसला लेने का आदेश दिया है.

बच्चे इस गेम के आदि हो रहे हैं- याचिकाकर्ता

पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील एचसी अरोड़ा की तरफ से हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि गेम को खेलने वाले बच्चे इस गेम के आदि हो रहे हैं. इसके साथ ही याचीका में कहा गया कि इस गेम में हथियारों से लैस खिलाड़ी होते हैं जो हिंसक रूप से एक दूसरे पर हमला करते हैं जिसके कारण बच्चों के बीच हिंसक प्रवृत्ति बढ़ती है. इस गेम को खेलते हुई मौतों का हवाला भी याचिका में दिया गया.

पबजी पर पाबंदी लगाने की मांग की

याचिका में कहा गया है कि घंटों तक इस गेम को खेलने की आदत के चलते बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास धीमा हो जाता है. ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब गेम के दौरान कैरेक्टर की मौत हो जाने पर उससे लगे आघात से बच्चों की मौत हो गई है. इस गेम के कैरेक्टर को खुद में महसूस करने लगते हैं और इसी वजह से इमोशनल रूप से उससे जुड़ जाते हैं. ऐसे में इस गेम की तुलना ब्लू व्हेल गेम से करते हुए हाईकोर्ट से अपील की गई कि ब्लू व्हेल गेम की तरह इस गेम पर भी पूरी तरह से पाबंदी लगाई जानी चाहिए.

हाईकोर्ट ने इस याचिका का निपटारा करते हुए केंद्र सरकार को याची द्वारा सौंपी गई रिप्रेजेंटेशन पर फैसला लेने के आदेश जारी कर दिए हैं. देखना अब ये होगा कि केंद्र सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है.

Intro:एंकर -
दुनिया भर के साथ-साथ भारत में भी पबजी को लेकर बच्चों में आदत बढ़ रही है । गेम को ब्लू व्हेल गेम की तरह घातक बताते हुए पंजाब हरियाणा हाइकोर्ट में भी याचिका दायर की गई थी । हाइकोर्ट में दायर की गई याचिका का हइकोर्ट ने निपटारा करते हुए केंद्र सरकार को इसपर फैसला लेने का आदेश दिया है । पंजाब हरियाणा हाइकोर्ट के वरिष्ठ वकील एचसी अरोड़ा की तरफ से हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है की गेम को खेलने वाले बच्चे इस गेम के आदि हो रहे है । इसके साथ ही याचीका में कहा गया कि इस गेम में हथियारों से लैस खिलाड़ी होते हैं जो हिंसक रूप से एक दूसरे पर हमला करते हैं जिसके कारण बच्चोंं के बीच हिंसक प्रवृत्ति बढ़ती है । इस गेम को खेलते हुई मौतों का हवाला भी याचिका में दिया गया । Body:वीओ -
ब्लू व्हेल गेम की ही तरह पबजी गेम को घातक बताते हुए इसपर प्रतिबंध करने की मांग को लेकर दायर याचिका का हइकोर्ट ने निपटारा करते हुए केंद्र सरकार को इसपर प्रतिबंध को लेकर निर्णय लेने के आदेश दिए हैं । याचिका में कहा गया है कि घंटे तक इस गेम को खेलने की आदत के चलते बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास धीमा हो जाता है । ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब गेम के दौरान कैरेक्टर की मौत हो जाने पर उससे लगे आघात से बच्चों की मौत हो गई है । इस गेम के कैरैक्टर को खुद में महसूस करने लगते हैं और इसी वजह से इमोशनल रूप से उससे जुड़ जाते हैं । ऐसे में इस गेम की तुलना ब्लू व्हेल गेम से करते हुए हाईकोर्ट से अपील की गई कि ब्लू व्हेल गेम की तरह इस गेम पर भी पूरी तरह से पाबंदी लगाई जानी चाहिए ।Conclusion:वीओ -
हाईकोर्ट ने इसपर याचिका का निपटारा करते हुए केंद्र सरकार को याची द्वारा सौंपी गई रिप्रेजेंटेशन पर फैसला लेने के आदेश जारी कर दिए हैं । देखना अब ये होगा कि केंद्र सरकार इसपर क्या निर्णय लेती है ।
Last Updated : Dec 10, 2019, 8:55 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.