चंडीगढ़: राखी का त्यौहार आ रहा है. हर साल राखी के मौके पर बाजारों में खूब रौनक देखी जाती है और राखियों की बड़ी मात्रा में खरीदारी भी की जाती है. राखी का त्यौहार व्यापारियों के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होता है, लेकिन इस बार राखी के त्यौहार पर व्यापारी खुश दिखाई नहीं दे रहे हैं. क्योंकि राखियों की बिक्री उम्मीद से काफी कम हो रही है.
इस बार केवल 25 फीसदी बिक्री हुई
इस बारे में हमने चंडीगढ़ के राखियों के होलसेल व्यापारी रमणीक जैन से बात की जो ना सिर्फ चंडीगढ़ बल्कि हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में भी राज्यों की सप्लाई करते हैं. रमणीक जैन ने कहा कि इस बार राशियों की बिक्री उम्मीद के मुताबिक नहीं हुई है. इस बार सिर्फ 25 फ़ीसदी बिक्री ही हो पाई है जिससे व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि वे हरियाणा, पंजाब और हिमाचल में राखियों की सप्लाई करते हैं. वहां से बड़ी संख्या में व्यापारी उनके पास आकर राखियां खरीद कर लेकर जाते हैं, लेकिन हिमाचल में लॉकडाउन होने की वजह से वहां से इस बार व्यापारी राखियों की खरीदारी करने के लिए चंडीगढ़ नहीं आ पाए. हरियाणा और पंजाब का भी यही हाल है वहां से भी व्यापारी नहीं आए. जिस वजह से छोटे और बड़े सभी तरह के व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है.
व्यापारियों के लिए इस बार राखी हुई फीकी
दूसरी ओर लॉकडाउन की वजह से राखी बनाने वालों के पास कच्चा माल भी नहीं पहुंचा जिससे वे राखियां नहीं बना पाए. उन लोगों को भी लॉकडाउन की वजह से काफी नुकसान हो रहा है. वहीं आम लोग भी राखियां लेने के लिए दुकानों तक नहीं आ रहे हैं. कोरोना के डर से लोग बाजारों में आने से बच रहे हैं.
ज्यादातर लोग ऑनलाइन राखियां ही मंगा रहे हैं ताकि उन्हें घर बैठे ही राखियां मिल जाएं. उन्हें दुकानों तक ना आना पड़े. इस वजह से भी दुकानदारों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. व्यापारी ने कहा कि लोग तो हर साल की तरह राखी का त्यौहार मनाएंगे, लेकिन व्यापारियों के लिए इस साल की राखी फीकी रहने वाली है.
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