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भिवानी में बारिश के बाद जलभराव की समस्या

भिवानी में लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी लोगों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है.

Water logging problem after rain in Bhiwani
भिवानी में बारिश के बाद जलभराव की समस्या
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Published : Jul 22, 2020, 7:12 PM IST

भिवानी: पुराना हाऊसिंग बोर्ड में बरसाती पानी की निकासी नहीं होने के चलते स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है. लोगों का कहना है कि हर साल बारिश के मौसम में जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता है. लेकिन प्रशासन की ओर से अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं किया गया है.

भिवानी में बारिश के बाद जलभराव की समस्या

भिवानी निवासी अमर और गंगादेवी ने बताया कि बारिश के कारण उनका घर डूबने की कगार पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि वे यहां पर किराये के मकान में रहते है. उनकी न तो विभाग सुनवाई कर रहा है और न ही मकान मालिक. उन्होंने कहा कि मकान मालिक तो धमकी भी देता है कि रहना है तो रहो, वरना बकाया किराया देकर घर खाली कर दें.

ये भी पढ़ें: 'बीजेपी की ओछी मानसिकता को दर्शाता है त्रिपुरा के मुख्यमंत्री का जाटों पर दिया गया बयान'

बता दें कि हर साल नाले और सीवरेज की सफाई को लेकर लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं. लेकिन इसके बावजूद भी हर शहर में जलभराव की समस्या बनी रहती है. प्रशासन के लोग हर बार तमाम दावे करते हैं. लेकिन उनके दावे हर साल मानसून की पहली बारिश में हवा हवाई हो जाते हैं.

भिवानी: पुराना हाऊसिंग बोर्ड में बरसाती पानी की निकासी नहीं होने के चलते स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है. लोगों का कहना है कि हर साल बारिश के मौसम में जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता है. लेकिन प्रशासन की ओर से अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं किया गया है.

भिवानी में बारिश के बाद जलभराव की समस्या

भिवानी निवासी अमर और गंगादेवी ने बताया कि बारिश के कारण उनका घर डूबने की कगार पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि वे यहां पर किराये के मकान में रहते है. उनकी न तो विभाग सुनवाई कर रहा है और न ही मकान मालिक. उन्होंने कहा कि मकान मालिक तो धमकी भी देता है कि रहना है तो रहो, वरना बकाया किराया देकर घर खाली कर दें.

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बता दें कि हर साल नाले और सीवरेज की सफाई को लेकर लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं. लेकिन इसके बावजूद भी हर शहर में जलभराव की समस्या बनी रहती है. प्रशासन के लोग हर बार तमाम दावे करते हैं. लेकिन उनके दावे हर साल मानसून की पहली बारिश में हवा हवाई हो जाते हैं.

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