नई दिल्ली: दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए जिस तरह कहा कि सरकारी स्कूलों में होने वाली पैरंट टीचर मीटिंग कैंसिल कराने के लिए बीजेपी सांसद ने उपराज्यपाल को चिट्ठी लिखी है. इस पर उन्होंने कड़ा एतराज जताया है.
मनीष सिसोदिया के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए दक्षिण दिल्ली से बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि सिसोदिया और केजरीवाल सरकार अपने कार्यकाल में दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को सबसे बेहतर बता रहे हैं, तो पहले ये बताएं कि सरकारी स्कूलों में बच्चे क्यों कम हो रहे हैं? एक लाख बच्चे हर साल कम हो रहे हैं, ऐसा क्यों?
'सेंट्रल स्कूल को अधिक पसंद कर रहे हैं अभिभावक'
बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था इतनी ही बेहतर है, तो लोग क्यों दिल्ली के सरकारी स्कूलों की बजाए सेंट्रल स्कूलों में अपने बच्चों का दाखिला कराने के लिए भागते हैं.
'कहां खोले नए स्कूल और कॉलेज'
केजरीवाल सरकार ने अपने कार्यकाल में 500 नए स्कूल और 20 नए कॉलेज खोलने का वादा किया था. बिधूड़ी कहते हैं क्या पुराने स्कूलों में पोर्ट कैबिन बनाकर कमरे बनाने को नई स्कूल बताने वाली केजरीवाल सरकार को मैं बताना चाहूंगा कि ये पहले भी होते रहा है. वो स्वयं विधायक थे तो अपने विधानसभा क्षेत्र से तुगलकाबाद में उन्होंने ऐसे पोर्ट केबिन कमरे बनवाए हैं. लेकिन उसे नए स्कूल के रूप में नहीं गिनाया.
'चुनाव में जनता सबक सिखाएगी'
उन्होंने कहा है कि विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और केजरीवाल सरकार जिस तरह गलत बयान बाजी कर लोगों को गुमराह कर रही हैं. चुनाव में जनता इन्हें सबक सिखाएगी.
बता दें कि दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने जो बीजेपी सांसद पर पैरंट टीचर मीटिंग रद्द करवाने के लिए उपराज्यपाल को चिट्ठी लिखने का आरोप लगाया है, इस संबंध में जब मनीष सिसोदिया को लेटर की प्रति दिखाने को कहा, तो उन्होंने कहा कि उनके पास ये लेटर तो नहीं है. हम मीडिया में जो खबरें आई हैं. इसी के आधार पर ही ये बात कह रहे हैं.