नई दिल्लीः उत्तरी दिल्ली नगर निगम में 4 महीने के लंबे अंतराल के बाद 29 जुलाई को स्थाई समिति का इस वित्तीय वर्ष में पहला सत्र होने जा रहा है. इसी के ऊपर ईटीवी भारत की टीम से स्थाई समिति के अध्यक्ष छैल बिहारी गोस्वामी ने बातचीत की.
छैल बिहारी गोस्वामी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि निगम पूरी तरह से सत्र के लिए तैयार है. सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. एजेंडा भी बना लिया गया है. इस बार का सत्र पूरी तरह से विकास के मुद्दों पर केंद्रित होगा. सभी स्थाई समिति के सदस्य सत्र के अंदर न सिर्फ अपनी बात रखेंगे, बल्कि अपनी समस्याओं को भी रखेंगे.
विकास के मुद्दे होंगे अहम, कई योजनाएं होंगी पास
पिछले काफी लंबे समय से स्थाई समिति के अंदर लंबित योजनाएं इस बार के सत्र में पास होने की उम्मीद जताई जा रही है. साथ ही साथ विकास के मुद्दे पर भी इस बार सत्र में विशेष तौर पर चर्चा होगी. पुराने प्रोजेक्ट को पास करने के साथ-साथ क्षेत्र के रख-रखाव के लिए नई मशीनों की खरीद को भी मंजूरी मिल सकती है.
'विपक्ष निभाए सत्र में उचित भूमिका'
स्थाई समिति के सत्र में विपक्ष की भूमिका बहुत अहम होने वाली है. जिसके ऊपर सवाल पूछे जाने पर छैल बिहारी गोस्वामी ने कहा कि विपक्ष अपनी भूमिका को भली भांति तरीके से निभाएं, इसकी मैं उम्मीद करता हूं. हंगामा करने से किसी को कोई फायदा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की नाकामी छुपाने के लिए विपक्ष लगातार हंगामा करके सत्र को रद्द करवाने की कोशिश करते हैं.