नई दिल्ली: एक तरफ किसान अपनी मांगों को लेकर पिछले 3 दिनों से राजधानी दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर तैनात हैं और अपना विरोध जता रहे हैं. इसी बीच मंडियों में सब्जी और फलों की आपूर्ति को लेकर क्या कुछ स्थिति है इसका जायजा लेने के लिए ईटीवी भारत की टीम दक्षिण दिल्ली स्थित सबसे बड़ी ओखला मंडी पहुंची और मंडी की देखरेख करने वाली कृषि उपज विपणन समिति से खास बातचीत की.
देरी से पहुंच रहे सब्जियों के ट्रक
एपीएमसी के असिस्टेंट सेक्रेटरी हाशिम खान ने बताया कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते ओखला सब्जी मंडी में सब्जियों की आपूर्ति को लेकर कुछ खास असर नहीं पड़ा है. हालांकि यह जरूर है कि सब्जियों को लेकर जो ट्रक आते हैं, वह थोड़ा देरी से मंडी में पहुंच रहे हैं.
उन्होंने आंकड़े बताते हुए जानकारी दी कि 25 नवंबर को 260 फलों और सब्जियों के ट्रक मंडी में आए. वहीं 26 नवंबर को 220, 27 नवंबर को 199, 28 नवंबर को 305 और आज 29 नवंबर को कल रात 12 बजे से सुबह 11 बजे तक 165 सब्जियों के ट्रक मंडी में पहुंच चुके हैं.
पंजाब-हरियाणा से आ रहा आलू, टमाटर और प्याज
इसके आगे जानकारी देते हुए हाशिम खान ने कहा कि सब्जियों के ट्रक रोजाना शाम 6 बजे से अगले दिन सुबह 10 बजे तक मंडी में आते हैं. लेकिन अभी कुछ ट्रक 1 घंटा देरी से भी मंडी में पहुंच रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने बताया की टमाटर, आलू, प्याज, मटर आदि सब्जियों की सप्लाई भी अलग-अलग राज्यों से हो रही है.
जहां टमाटर- राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र, और मध्य प्रदेश से मंडी में आ रहा है. वही आलू- पंजाब और उत्तर प्रदेश से पहुंच रहा है. इसके अलावा मटर- पंजाब से आ रही है और प्याज राजस्थान और मध्य प्रदेश से मंडी में ट्रकों द्वारा लाई जा रही है.
कोरोना को लेकर मंडी में जागरूक कर रहे वॉलिंटियर
हाशिम खान ने बताया कि संक्रमण की मौजूदा स्थिति को देखते हुए भी मंडी में यह सुनिश्चित किया जा रहा है, कि सोशल डिस्टेंस का पालन हो हर कोई मास्क पहनकर ही नजर आए.
इसके लिए एपीएमसी की तरफ से वॉलिंटियर्स द्वारा लगातार अनाउंसमेंट की जा रही है और दिल्ली पुलिस के वॉलिंटियर भी निगरानी रखे हुए हैं और लोगों को जागरूक कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों को कोविड-19 को लेकर जागरूक करने के लिए मंडी में नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किए गए थे.