नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में इस बार दिवाली और छठ के मौके पर सुरक्षा में ड्रोन का इस्तेमाल नहीं होगा. रेलवे प्रोटेक्शन फ़ोर्स ने इसे प्रैक्टिकल न बताकर इसके लिए साफ मना कर दिया है. हालांकि इसके बदले अतिरिक्त स्टाफ की डिमांड की गई है. दरअसल, हर साल रेलवे ड्रोन के लिए अर्जी लगाती थी लेकिन सिविल एविएशन मिनिस्ट्री किसी न किसी कारण का हवाला देकर इसके लिए मना कर देती थी. अधिकारियों के मुताबिक, पिछले दिनों आरपीएफ ने ड्रोन का ट्रायल किया तो उसमें कई पहलू ऐसे रहे जिसके बाद इसे इस्तेमाल नहीं करने का फैसला किया गया है.
'हैंडलिंग से टकरा कर हो सकता है हादसा'
अधिकारी के मुताबिक नई दिल्ली और आनंद विहार स्टेशन पर त्योहारों को लेकर भीड़भाड़ होती है. ड्रोन का इस्तेमाल अमूमन ऊपर से पूरी स्थिति पर नजर रखने के लिए किया जाता है. स्टेशन पर सर्कुलेटिंग एरिया में तो ये चल जाएगा लेकिन प्लेटफॉर्म पर ये मुमकिन नहीं है. हैंडलिंग में थोड़ी भी गड़बड़ होने पर ड्रोन OHE से टकरा सकता है और हादसा हो सकता है. वहीं इसकी हैंडलिंग के लिए भी फ़ोर्स तैयार नहीं है.
'CCTV की मदद से ही होंगे सुरक्षा इंतजाम'
एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि इस बार ड्रोन के चक्कर में न पड़कर अतिरक्त जवानों की मांग की गई है. रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी हाल ही में बदले गए हैं और अब हाई-टेक कैमरे मौजूद हैं. वहीं नई दिल्ली स्टेशन पर अन्य एजेंसियों से इनपुट लिया जाएगा. दावा है कि सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम रहेंगे और इसमें शक की गुंजाइश भी नहीं छोड़ी जाएगी.