नई दिल्ली: दिल्ली के रामलीला मैदान में एक अक्टूबर को पेंशन शंखनाद महारैली होने जा रही है. इसमें रेलवे से जुड़े करीब 18 संगठनों के लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. रेलवे के कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली समेत अन्य मांगों को लेकर यह महारैली कर रहे हैं. रैली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के भी शामिल होने की संभावना है. उन्हें आमंत्रित भी किया गया है.
नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) की ओर से यह रैली की जा रही है. इसमें नॉर्थ सेंट्रल रेलवे वर्कर्स यूनियन, एनई रेलवे मेंस कांग्रेस, ईस्टर्न रेलवे इंप्लाइज यूनियन, ईस्ट कोस्ट रेलवे इंप्लाइज यूनियन, वेस्ट सेंट्रल रेलवे वर्कर्स यूनियन, इंडियन रेलवे मजदूर यूनियन, अखंड रेलवे कर्मचारी संघ, नॉर्दर्न रेसेलवे एम्पलाइज यूनियन, इंडियन रेलवे एम्पलाइज यूनियन साउथ ईस्टर्न रेलवे मजदूरी यूनियन, आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन, डीएमडब्ल्यू एम्प्लाइज यूनियन, डीएलडब्ल्यू रेलवे मजदूर यूनियन, आरपीएफ एम्प्लाइज यूनियन और सीएलडब्ल्यू एम्प्लाइज यूनियन के लोग बड़ी संख्या में शामिल होंगे.
यूनियन से जुड़े पदाधिकारियों के अनुसार, इस रैली को सफल बनाने के लिए विभिन्न यूनियन की ओर से देश के कई राज्यों में बैठकें की जा चुकी है. इस पेंशन शंखनाद रैली में रेलवे के केंद्रीय राज्य के वर्तमान और निवर्तमान कर्मचारी शामिल हो रहे हैं.
राहुल गांधी के शामिल होने की उम्मीद: हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी कुलियों के बुलाने पर आनंद विहार रेलवे स्टेशन गए थे. यहां पर उन्होंने कुलियों की ड्रेस पहनकर समान भी उठाया था. उन्होंने कुलियों की समस्याएं सुनी थी. 1 अक्टूबर को होने जा रही इस महारैली में भी राहुल गांधी को आमंत्रित किया गया. ऐसे में उनके पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. एनएमओपीएस के प्रेसिडेंट विजय कुमार बंधु का कहना है कि यदि वह हमारे बीच आते हैं और हमारी मांग को उठाते हैं तो उनका स्वागत है.
सहयोग की अपील: एनएमओपीएस की ओर से एक पत्र जारी कर संगठनों से अपील की गई है कि रामलीला मैदान में रैली की दौरान प्रशासन का हर संभव सहयोग करें एवं सहयोग लें. उनके साथ सौहार्दपूर्ण व्यवस्था बनाने में सहयोग करें. रैली में अंत तक बने रहें, खाने पीने की कुछ व्यवस्था साथ जरूर रखें, जिससे बार-बार उठकर बाहर न जाना पड़े. मातृशक्तियों का विशेष ध्यान रखें और उन्हें आने जाने व बैठने में वरीयता प्रदान करें. रैली के लिए वालेंटियर्स बनाए गए हैं.
ये हैं प्रमुख मांगें: रेलवे के वर्तमान और निवर्तमान कर्मचारी पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग कर रहे हैं. कर्मचारी रेलवे के निजीकरण का विरोध कर रहे हैं. उनकी मांग है कि रेलवे का निजीकरण न हो. इतना ही नहीं कुलियों को रेलवे में नौकरी देने समेत अन्य मांगों को लेकर यह महारैली किया जाना है.
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