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पत्रकारिता का मक्का कहे जाने वाले IIMC में कुंभ पर संगोष्ठि

नई दिल्ली: भारतीय जनसंचार संस्थान में कुंभ पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ. ये आयोजन आईआईएमसी के ऑडिटोरियम में किया गया. इसका आयोजन प्रयागराज में कुंभ के मद्देनजर किया गया.

iimc में कुंभ पे चर्चा
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Published : Feb 8, 2019, 4:44 PM IST

Updated : Feb 9, 2019, 5:26 AM IST

इस कार्यक्रम में अध्यात्म और पत्रकारिता जगत के जाने-माने चेहरों के साथ पत्रकारिता के सैकड़ों छात्र भी मौजूद रहे. यहां पर कुंभ के अध्यात्मिक, वैज्ञानिक, सामाजिक तथा अन्य कई पहलुओं पर चर्चा की गई. सभी गणमान्य लोगों ने अपने अपने विचार रखे और कुंभ के महत्व को बताया .

कुंभ का व्यापक महत्व
संगोष्ठि का उद्देश्य है विश्वभर से कुंभ में आए लोगों को इसके महत्व के बारे में बताना. इसका उद्देश्य लोगों को इसके सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, और वैश्विक महत्व के बारे में बताना था. कार्यक्रम में भाग लेने आए पुण्डरिक गोस्वामी साधु ने कहा कि, इस कार्यक्रम के पीछे की मंशा संचार से जुड़े लोगों को कुंभ के प्रति आकर्षित करना था. उन्होंने कहा कि कुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन भर नहीं है बल्कि इसमें राजनैतिक और व्यवसायिक हित भी जुड़े हैं.

लोग व्यापक महत्व को समझें
इसी कार्यक्रम में विशेष तौर पर भाग लेने आईं साध्वी जया भारती ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि, कुंभ का पौराणिक और आध्यात्मिक महत्व है. विश्वभर से लाखों लोग आत्मिक सुख, और स्वयं की खोज में यहां आते हैं. उन्होंने कहा कि, बहुत जरुरी है कि लोग इसके व्यापक महत्व को समझें.

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राज्य सरकार की बड़ी तैयारी
प्रयागराज में कुंभ का आयोजन किया गया है. इस साल के कुंभ के आयोजन को बड़ा खास माना जा रहा है क्योंकि इस बार यूपी सरकार ने इसकी जबरदस्त तैयारी की है. योगी सरकार ने इस आयोजन में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ा है. हालांकि उनपर इस आयोजन के जरिए राजनीति करने का आरोप भी लगाया जा रही है.

इस कार्यक्रम में अध्यात्म और पत्रकारिता जगत के जाने-माने चेहरों के साथ पत्रकारिता के सैकड़ों छात्र भी मौजूद रहे. यहां पर कुंभ के अध्यात्मिक, वैज्ञानिक, सामाजिक तथा अन्य कई पहलुओं पर चर्चा की गई. सभी गणमान्य लोगों ने अपने अपने विचार रखे और कुंभ के महत्व को बताया .

कुंभ का व्यापक महत्व
संगोष्ठि का उद्देश्य है विश्वभर से कुंभ में आए लोगों को इसके महत्व के बारे में बताना. इसका उद्देश्य लोगों को इसके सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, और वैश्विक महत्व के बारे में बताना था. कार्यक्रम में भाग लेने आए पुण्डरिक गोस्वामी साधु ने कहा कि, इस कार्यक्रम के पीछे की मंशा संचार से जुड़े लोगों को कुंभ के प्रति आकर्षित करना था. उन्होंने कहा कि कुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन भर नहीं है बल्कि इसमें राजनैतिक और व्यवसायिक हित भी जुड़े हैं.

लोग व्यापक महत्व को समझें
इसी कार्यक्रम में विशेष तौर पर भाग लेने आईं साध्वी जया भारती ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि, कुंभ का पौराणिक और आध्यात्मिक महत्व है. विश्वभर से लाखों लोग आत्मिक सुख, और स्वयं की खोज में यहां आते हैं. उन्होंने कहा कि, बहुत जरुरी है कि लोग इसके व्यापक महत्व को समझें.

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राज्य सरकार की बड़ी तैयारी
प्रयागराज में कुंभ का आयोजन किया गया है. इस साल के कुंभ के आयोजन को बड़ा खास माना जा रहा है क्योंकि इस बार यूपी सरकार ने इसकी जबरदस्त तैयारी की है. योगी सरकार ने इस आयोजन में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ा है. हालांकि उनपर इस आयोजन के जरिए राजनीति करने का आरोप भी लगाया जा रही है.

Intro:वीरवार शाम दिल्ली के आईआईएमसी में कुंभ पर संगोष्ठी का आयोजन किया यह आयोजन आईआईएमसी ऑडिटोरियम में किया गया दरअसल फिलहाल में प्रयागराज में कुंभ चल रहा है उसी के मद्देनजर इस संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें अध्यात्म जगत के कई जाने-माने चेहरों के साथ पत्रकारिता जगत के भी कई जाने-माने चेहरे के साथ ही पत्रकारिता के सैकड़ों छात्र मौजूद रहे यहां पर कुंभ के अध्यात्मिक वैज्ञानिक सामाजिक तथा अन्य कई पहलुओं पर चर्चा की गई जिसमें सभी कई गणमान्य लोगों ने अपने अपने विचार रखे और कुंभ के महत्व को बताया ।


Body:दिल्ली के आईआईएमसी ऑडिटोरियम में प्रयागराज में चल रहे कुम्भ पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया दरअसल प्रयागराज में आजकल कुंभ चल रहा है जिसमें पूरे विश्व से लोग आ रहे हैं इस संगोष्टि का उद्देश्य हैं कि इसमें में जो नहीं जा पाए हैं उनको को कुम्भ के बारे में बताना क्योंकि कुम्भ एक बड़ा मानवो का आयोजन है जिसमें करोड़ो लोग सम्मिलित होते हैं जिसमे लोग आध्यात्मिक जिज्ञासाओं के लिए एकत्रित होते हैं तो कुम्भ इतना बड़ा आयोजन क्यों हैं? इसका भारत की संस्कृति से क्या जुड़ा है ?इसका आध्यात्मिक और वैज्ञानिक पहलू क्या है? यह क्यों इतना बड़ा मेल जिसे मेला भी कहते हैं? जहां पर संत यानी जो ज्ञानी है जो ईश्वरी और आध्यात्मिक ज्ञान के ज्ञाता भी हैं उनके पास लाखों-करोड़ों अध्यात्म के लिए लोग एकत्रित होते हैं ?यह किस प्रकार का मिलाप है ?यहां लोग क्या देने क्या ढूंढने और क्या लेने आते हैं? इस पर हमारा वैज्ञानिक पक्ष क्या हैं? आध्यात्मिक पक्ष ? समाजिक पक्ष के साथ ही आज के दौर में बढ़ते संचार में इसका कितना प्रचार प्रसार किया इतने बड़े मानव के भव्य और महान आयोजन पर आज की संचार में कितना प्रसार मिला है कितना जगह मिला है इन तमाम पहलुओं पर इस दौरान चर्चा की गई जिसमें मौजूद गणमान्य लोगों ने अपने अपने विचार रखें लोगों ने कुंभ के बारे में बताया कि बहुत पहले से चल रहा है जब सरकारें नहीं थी तब भी कुम्भ था आगे भी रहेंगी इस मौके पर अध्यात्म जगत के कई जाने-माने चेहरे के साथ ही पत्रकारिता जगत के जाने-माने लोग के साथ पत्रकारिता के छात्र भी मौजूद रहे। बाइट-साध्वी जया भारती बाइट-पुण्डरीक गोस्वामी साधु


Conclusion:प्रयागराज कुंभ में आजकल कुंभ का आयोजन किया गया है इस साल के कुंभ के आयोजन को बड़ा खास माना जा रहा है क्योंकि इस बार यूपी सरकार ने इसकी जबरदस्त खूब तैयारी की है और कई तरीके की सरकारी प्रबंध भी कुंभ के दौरान किए गए हैं हालांकि इस बार के कुंभ पर लोग राजनीति का भी आरोप लगा रहे हैं लेकिन साथ ही संत महात्माओं का कहना है कि इस बार का कुंभ आयोजन सरकार के प्रयासों से और खास हो गया है अर्धकुंभ को लोग कुमकुम से कम नहीं मानने
Last Updated : Feb 9, 2019, 5:26 AM IST
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