नई दिल्ली: दिल्ली की राजनीति घोटाले के आरोप-प्रत्यारोप के दौर से गुजर रही है. दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार पर शिक्षा घोटाले का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने कहा कि इसमें मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं.
इस पूरे मामले को लेकर ईटीवी भारत ने दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी से खास बातचीत की है.
ईटीवी भारत से बातचीत में मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली सरकार में मनीष सिसोदिया द्वारा शिक्षा के नाम पर लूट मची हुई है. हमने इसे डॉक्यूमेंट के रूप में प्रस्तुत किया है. उन लोगों ने हमारे सवाल का जवाब देने के बजाय इमोशनल कार्ड खेला कि हमें गिरफ्तार कर लो. मनोज तिवारी ने भी कहा कि मैं समझता हूं कि जब आदमी गलत करता है, तो अलबला जाता है.
'एमसीडी सस्ते रेट पर कमरे बना रही है'
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी की तरफ से आरोप लगाया गया था कि एमसीडी भी इसी रेट पर कमरे बना रही है. इसे लेकर पूछने पर मनोज तिवारी ने कहा कि वे झूठ बोल रहे हैं, एमसीडी उससे सस्ते रेट पर कमरे बना रही है. साथ ही उसका क्वालिटी भी उससे अच्छा है. उन्होंने कहा कि एमसीडी का रेट 24 सौ रुपये प्रति स्क्वायर फीट है, जबकि उन्होंने जो क्लासेज बनवाए, उनका रेट 88 सौ प्रति स्क्वायर फीट है.
'सीपीडब्ल्यूडी कमरे बनवा ही नहीं रही'
मनोज तिवारी द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद मनीष सिसोदिया ने केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के नियमों का हवाला देते हुए कहा था कि यह रेट सीपीडब्ल्यूडी के द्वारा निर्धारित है. इस पर मनोज तिवारी ने कहा कि यह भी झूठ है. जब सीपीडब्ल्यूडी कमरे बनवा ही नहीं रही, तो वो रेट कैसे निर्धारित कर सकती है.
आरटीआई के हवाले से लगाया था आरोप
गौरतलब है कि सबसे पहले मनोज तिवारी ने एक आरटीआई के हवाले से आम आदमी पार्टी सरकार पर आरोप लगाया था कि स्कूलों में जो कमरे बने, उनमें प्रति कमरे करीब 24 लाख 86 हजार रुपये खर्च किए गए हैं. उन्होंने बताया था कि इस निर्माण की कुल लागत 2892 करोड़ रुपये आती है, जबकि हमारे मुताबिक ये सभी कमरे 892 करोड़ में बन जाने चाहिए थे.
मनमाने तरीके से बजट बढ़ाने का आरोप
इसके बाद मनोज तिवारी ने नर्सरी क्लास रूम निर्माण में भी घोटाले का आरोप लगाया और कहा था कि एक क्लासरूम निर्माण में 24 लाख 70 हजार रुपये खर्च किए गए हैं और इसके लिए बजट भी मनमाने तरीके से बढ़ा लिया गया.