नई दिल्ली: लंबे समय से कर्ज में डूबी जेट एयरवेज को फाइनेंशली मदद न मिलने के चलते एक बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कंपनी अपनी मौजूदा फ्लाइट भी बुधवार रात से सस्पेंड कर सकती है.
सूत्रों की माने तो कंपनी ने ये फैसला आर्थिक मदद न मिलने के बाद लिया है. बुधवार रात से मौजूदा फ्लाइटों को बंद कर दिया जाएगा. आपको बता दें कि जेट एयरवेज की करीब 350 फ्लाइट है, लेकिन लगातार कर्ज में डूबती जा रही कंपनी मौजूदा स्थिति में सिर्फ 40 फ्लाइट को ही चला पा रही थी. ऐसे में मदद न मिलने की वजह से कंपनी ने बाकी अन्य फ्लाइट को भी सस्पेंड करने का निर्णय लिया है.
आठ हजार करोड़ का है कर्ज
आपको बता दें कि जेट एयरवेज 25 साल पुरानी एयरलाइन कंपनी है. जिसके ऊपर आठ हजार करोड़ रुपये से भी अधिक का कर्ज है. ऐसे में कंपनी ने आर्थिक मदद के तौर पर 400 करोड़ रुपये का इमरजेंसी फंड बड़े व्यापारियों से मांगा था, लेकिन बुधवार को कंपनी को फंड देने से मना कर दिया गया है. इस बाबत कंपनी अब और अधिक खर्चा उठाने में सक्षम नहीं है. जिसके चलते यह कदम उठाया जा रहा है.
20 हजार नौकरियों पर पड़ेगा असर
आपको बता दें कि जेट एयरवेज कंपनी में करीब 20 हजार से ज्यादा कर्मचारी जॉब करते हैं. ऐसे में कंपनी जिस तरीके से कर्ज में डूबी हुई है. उससे यह आशंका जताई जा रही है कि कंपनी को अगर आर्थिक मदद नहीं मिली तो वो बंद हो सकती है. ऐसे में 20 हजार नौकरियों पर सीधा असर पड़ेगा. वहीं हाल ही में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जेट एयरवेज के कर्मचारियों ने भी प्रदर्शन किया था. जिसमें उन्होंने मांग की थी कि उन्हें पिछले तीन माह से तनख्वाह नहीं मिली है. ऐसे में वह आर्थिक रूप से काफी परेशान हैं.
इंटरनेशनल फ्लाइट को कर दिया गया निलंबित
आपको बता दें कि इससे पहले कंपनी ने अपनी कई उड़ानों को निलंबित कर दिया था. साथ ही अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट अस्थायी रूप से बंद कर दी गई थी. इसके लिए कंपनी की तरफ से 18 अप्रैल तक अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट बंद होने की बात कही थी. फिलहाल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जेट एयरवेज कंपनी ने आर्थिक मदद ना मिलने की वजह से बुधवार रात से बाकी अन्य फ्लाइट को भी निलंबित करने का फैसला लिया.