नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के सेक्टर 33 स्थित ARTO ऑफिस पर सैकड़ों किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. इसमें किसानों ने मांग राखी थी कि ट्रैफिक विभाग और आरटीओ विभाग किसानों के वाहनों का चालान न करे. किसानों के घंटों चले धरना प्रदर्शन के बीच पुलिस विभाग और आरटीओ विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और शाम तक अधिकारी किसानों को समझाने में जुटे रहे. अंत में किसानों का एक शिष्टमंडल अधिकारियों के साथ वार्ता किया, इसमें किसानों की मांगों को आरटीओ विभाग और ट्रैफिक विभाग ने पूरी किए जाने का आश्वासन दिया. तब कहीं जाकर किसानों ने देर शाम अपना धरना प्रदर्शन समाप्त किया. धरना प्रदर्शन के बीच पुलिस और किसान नेताओं के साथ हल्की नोकझोंक भी हुई है.
भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के नेता पवन खटाना ने कहा कि ट्रैफिक विभाग और आरटीओ विभाग ने किसानों के वाहनों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और हवाला कानून का दिया जा रहा है. जबकि, गलत तरीके से किसानों को परेशान करने का काम इन विभागों द्वारा किया जा रहा है. इसे हम किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेंगे. फिलहाल हमारी जो मांगें थी उसे अधिकारियों ने मान ली है. मांग पूरी ना होने पर आने वाले समय में हम फिर धरना-प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे.
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बता दें, दिल्ली के रामलीला मैदान में संघर्ष रैली का आयोजन किया गया. इसमें प्रदर्शनकारियों ने सरकार से अपनी मांगों को पूरा करने को कहा है, नहीं तो 2024 में देश से मोदी सरकार को हटाने के लिए आंदोलन किया जाएगा. इसमें किसान संगठनों से जुड़े कई मजदूर संगठन भी शामिल हुए. साथ ही कई राजनीतिक पार्टियां भी इस संगठन में शामिल हुई. यह प्रदर्शन लेफ्ट पार्टियों के बैनर तले सुबह 10 बजे से शुरू किया गया था. किसानों और मजदूरों ने केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोला है.
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